Delhi AIIMS News: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की तरफ से मरीजों को राहत भरी खबर होगी। दरअसल एम्स ने अपने आपातकालीन विभाग में भीड़ को कम करने के लिए एक नई रेफरल नीति पर काम कर रहा है। दिल्ली एम्स ने औपचारिक रेफरल तंत्र नीति को लेकर शनिवार को अपने चिकित्सा अधीक्षकों की बैठक बुलाई है। आपको बता दे कि एम्स का आपातकालीन विभाग एक दिन में लगभग 600 रोगियों को संभाल रहा है।
बता दे कि एम्स ने कहा कि स्थिर रोगियों के लिए दिल्ली के सरकारी अस्पतालों के बीच कोई औपचारिक रेफरल तंत्र नहीं है। रोगी की सुरक्षा और भलाई की दिशा में काम करने के लिए, दिल्ली के सरकारी अस्पतालों के बीच स्थिर रोगियों के लिए रेफरल की व्यवस्था करना अनिवार्य है। इस बीच, एम्स ने 1 जनवरी, 2023 से सभी अस्पताल मॉड्यूल में कागज रहित काम के कार्यान्वयन और भीड़ को कम करने के लिए एक निरीक्षण निगरान समिति और एक कार्य समिति का गठन करने का भी निर्णय लिया है।
आपको बता दे कि एकीकृत स्टोर और फार्मेसी सहित ई-अस्पताल के सभी मॉड्यूल लागू किए जाएंगे। सर्कुलर के अनुसार, अस्पताल में ओपीडी नियुक्तियां डॉक्टर आधारित होंगी और भीड़ को कम करने के लिए सिस्टम में अनुपलब्धता की स्थिति में पुनर्वितरण की व्यवस्था होगी। इसके अलावा अस्पतालों में डॉक्टरों के कमी को पूरा करने के लिए भी तैयारी की जा रही है। जिससे आम मरीजों के साथ-साथ हार्ट और ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों को इमरजेंसी में इंतजार नहीं करना पडेगा।
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