India News(इंडिया न्यूज़)Delhi Air Pollution: राजधानी दिल्ली में प्रदूषण बढ़ते ही जा रही है। बता दे कि जी-20 के दौरान दिल्ली में सबसे कम प्रदूषण दर्ज किया गया था, लेकिन जी-20 के खत्म होते ही दिल्ली में प्रदूषण मानों आसमान छु रहा हो। पराली जलाने को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बता दे कि दिल्ली में आए दिन दिल्ली की हवा में ज्यादा से ज्यादा प्रदूषण दर्ज किया जा रहा है। मौसम में पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण की रोकने के लिए तेजी से काम चल रहा है। इसी बीच कल यानी बुधवार को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को वायु प्रदूषण की समस्या से निवारन के लिए एक संयुक्त समीक्षा बैठक करने के लिए पत्र लिखा है।
केंद्रीय मंत्री को चिट्ठी
पत्र में बताया गया कि ”पिछले 3 अगस्त को आपने पराली जलाने को लेकर एनसीआर राज्य के संबंधित मंत्रियों के साथ बैठक की थी, लेकिन पराली जलाने की घटना फिर से शुरू हो गई है, इसलिए तुरंत सभी संबंधित राज्यों के साथ समीक्षा बैठक करने की जरूरत है।” उन्होंने अपने पत्र में लिखा।
उन्होंने कहा, “अत: आपसे विनम्र अनुरोध है कि आप अपनी सुविधा के अनुसार संबंधित राज्यों की समीक्षा बैठक बुलाएं, ताकि एक सार्थक संयुक्त कार्य योजना बनाई जा सके और पराली जलाने की घटना को रोका जा सके।” सर्दियों के मौसम में दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि का जिक्र करते हुए, गोपाल राय ने लिखा है, “…जब तक एनसीआर राज्यों में पराली जलाने की घटना नहीं रुकती, तब तक उठाए गए ये सभी कदम प्रभावी नहीं होंगे।” सर्दियों के मौसम में दिल्ली में वायु प्रदूषण गंभीर हो जाता है।”
दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने का कारण
सर्दियों के मौसम में प्रदूषण बढ़ने के बहुत कारण हैं। इसमें पराली जलाना, पटाखे, वाहन प्रदूषण, धूल प्रदूषण आदि मौजूद हैं। केंद्र सरकार इस वर्ष के विंटर एक्शन प्लान को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए दिल्ली सरकार का सहयोग करे। इनमें खास तौर पर हॉट स्पॉट, पराली, धूल प्रदूषण, वाहनों से होने वाले प्रदूषण, खुले में कूड़ा जलाना, औद्योगिक प्रदूषण, ग्रीन वार रूम एवं ग्रीन एप, रियल टाइम अपोरशमेंट स्टडी, ई-वेस्ट इको पार्क, हरित क्षेत्र को बढ़ाना, अर्बन फार्मिग, जन भागीदारी को बढ़ावा, पटाखे जलाने पर रोक लगााया गया है।