India News(इंडिया न्यूज़)Delhi Air Pollution Plan: दिल्ली में सर्दियां बहुत जोर-दार पड़ती है। बता दे कि दिल्ली सरकार दिल्ली में आने वाली सर्दियों के खतरे से बचने के लिए विंटर एक्शन प्लान की योजना बना रही है, और इस पर काम भी शुरू कर दिया गया है।। दिल्ली में आए दिन प्रदूषण में बढ़ोत्तरी देखने को मिलती है ऐसे में विंटर एक्शन प्लान की मदद से दिल्ली के लोग को काफी राहत की सासं लेने का मौका मिलेगा। प्रदूषण की रोकथाम के लिए विंटर एक्शन प्लान को लेकर दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरूवार को सभी संबंधित 28 विभागों के साथ एक बैठक की। इसमें पर्यावरण विभाग, डीपीसीसी, विकास विभाग, दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड, सीपीडब्लूडी, डीडीए, दिल्ली पुलिस समेत कई विभाग मौजूद थे। बैठक के दौरान पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल 1 अक्टूबर को एक्शन प्लान को जारी कर देंने।
जानें फोकस बिंदु कौन-कौन सी है
- ओपन कूड़ा बर्निंग : इसके लिए नोडल एजेंसी के तौर पर एमसीडी, एनडीएमसी, डीसीबी, विकास विभाग, आई एंड एफसी, दिल्ली फायर सर्विस, डीडीए एवं राजस्व विभाग को चुना गया है।
- धूल प्रदूषण : धूल प्रदूषण के लिए पीडब्लूडी, एमसीडी, डीसीबी, एनडीएमसी, डीडीए, सीपीडब्लूडी, डीएसआईआईडीसी, दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली मेट्रो, एनएचएआई, और राजस्व विभाग को नोडल एजेंसी चुना गया है।
- वाहनों से प्रदूषण : इसके लिए नोडल एजेंसी के तौर पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस, ट्रांसपोर्ट विभाग, डीआईएमटीएस, डीटीसी, दिल्ली मेट्रो को चुना गया है।
- पराली : पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण की समस्या को लेकर विकास एवं राजस्व विभाग को नोडल एजेंसी बनाया गया है।
- ग्रीन वार रूम एवं ग्रीन एप : इसको और बेहतर बनाने के लिए डीपीसीसी को नोडल एजेंसी के तौर पर चुना गया है।
- रियल टाइम ऑपरेशमेंट स्टडी : इसके लिए आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर काम किया जा रहा है। डीपीसीसी को नोडल एजेंसी के तौर पर चुना गया है।
- पटाखे पर रोक : पटाखे जलाने पर रोक लगाने के लिए भी पर्यावरण विभाग, डीपीसीसी और दिल्ली पुलिस को नोडल एजेंसी के तौर पर चुना गया है।
बैठक में किन चीजों पर किया था गौर
बैठक के दौरान पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल 1 अक्टूबर को एक्शन प्लान को जारी कर देंने। इस बार दिल्ली में प्रदूषण को लेकर 13 अलग-अलग हॉट स्पॉट बनाने पर काम किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक इस बैठक में राजस्व विभाग, डीएसआईआईडीसी, शिक्षा विभाग, डीएमआरसी, पीडब्लूडी, ट्रांसपोर्ट विभाग, एनएचएआई, दिल्ली जल बोर्ड, डूसिब, एनडीएमसी के अधिकारी शामिल रहें। राय में आगे बैठक में आगे ये बताया कि सभी विभागों को अपना 15 फोकस हॉट स्पॉट जोन की जिम्मेदारी सौंपी दी गई है। बता दे कि इस कार्य पर 25 सितंबर तक पर्यावरण विभाग सभी निर्देश को जारी कर देंने।
राजधानी दिल्ली में प्रदूषण बढ़ते ही जा रही है। बता दे कि जी-20 के दौरान दिल्ली में सबसे कम प्रदूषण दर्ज किया गया था, लेकिन जी-20 के खत्म होते ही दिल्ली में प्रदूषण मानों आसमान छु रहा हो। पराली जलाने को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बता दे कि दिल्ली में आए दिन दिल्ली की हवा में ज्यादा से ज्यादा प्रदूषण दर्ज किया जा रहा है। मौसम में पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण की रोकने के लिए तेजी से काम चल रहा है। इसी बीच कल यानी बुधवार को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को वायु प्रदूषण की समस्या से निवारन के लिए एक संयुक्त समीक्षा बैठक करने के लिए पत्र लिखा है।
विंटर एक्शन प्लान पर विशेष काम
पत्र में बताया गया कि ”पिछले 3 अगस्त को आपने पराली जलाने को लेकर एनसीआर राज्य के संबंधित मंत्रियों के साथ बैठक की थी, लेकिन पराली जलाने की घटना फिर से शुरू हो गई है, इसलिए तुरंत सभी संबंधित राज्यों के साथ समीक्षा बैठक करने की जरूरत है।” उन्होंने अपने पत्र में लिखा।
उन्होंने कहा, “अत: आपसे विनम्र अनुरोध है कि आप अपनी सुविधा के अनुसार संबंधित राज्यों की समीक्षा बैठक बुलाएं, ताकि एक सार्थक संयुक्त कार्य योजना बनाई जा सके और पराली जलाने की घटना को रोका जा सके।” सर्दियों के मौसम में दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि का जिक्र करते हुए, गोपाल राय ने लिखा है, “…जब तक एनसीआर राज्यों में पराली जलाने की घटना नहीं रुकती, तब तक उठाए गए ये सभी कदम प्रभावी नहीं होंगे।” सर्दियों के मौसम में दिल्ली में वायु प्रदूषण गंभीर हो जाता है।” सभी विभागों को विंटर एक्शन प्लान को लेकर 15 फोकस बिंदुओं पर अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिसके तहत पर्यावरण विभाग विंटर एक्शन प्लान की संयुक्त कार्ययोजना तैयार करेगा। जब पड़ोसी राज्यों में पराली जलना शुरू होती है तो उसके धुएं की चादर दिल्ली को घेर लेती है।
दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने का कारण
सर्दियों के मौसम में प्रदूषण बढ़ने के बहुत कारण हैं। इसमें पराली जलाना, पटाखे, वाहन प्रदूषण, धूल प्रदूषण आदि मौजूद हैं। केंद्र सरकार इस वर्ष के विंटर एक्शन प्लान को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए दिल्ली सरकार का सहयोग करे। इनमें खास तौर पर हॉट स्पॉट, पराली, धूल प्रदूषण, वाहनों से होने वाले प्रदूषण, खुले में कूड़ा जलाना, औद्योगिक प्रदूषण, ग्रीन वार रूम एवं ग्रीन एप, रियल टाइम अपोरशमेंट स्टडी, ई-वेस्ट इको पार्क, हरित क्षेत्र को बढ़ाना, अर्बन फार्मिग, जन भागीदारी को बढ़ावा, पटाखे जलाने पर रोक लगााया गया है।
खेतों में होगा बायो डी- कंपोजर का छिड़काव
इस संबंध में विकास मंत्री गोपाल राय ने गुरूवार को कंपोजर के छिड़काव को लेकर कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ एक जरूरी बैठक की। छिड़काव को लेकर कृषि विभाग द्वारा किसानों से फार्म भरवाया जा रहा है। बता दे कि फार्म में सभी निर्देश भी जारी कर दिया गया है। दिल्ली में किसानों के बीच बायो डी-कंपोजर के छिड़काव को लेकर जागरूकता को फैलाया जा रहा है। मंत्री गोपाल राय ने गुरूवार को बैठक के दौरान बताया कि दिल्ली में बासमती और गैर बासमती धान के सभी खेतों में सरकार की ओर से निशुल्क बायो डी-कंपोजर का छिड़काव किया जाएगा। छिड़काव को लेकर कृषि विभाग को धान के खेतों का जल्द सर्वे करने के निर्देश जारी कर दिया जाएगा।