होम / दिल्ली प्रदूषण पर वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी; जानें क्या है स्थिति

दिल्ली प्रदूषण पर वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी; जानें क्या है स्थिति

• LAST UPDATED : November 3, 2023

India News(इंडिया न्यूज़), Delhi Air Pollution: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब हो गया है। ऐसे में दिल्ली सरकार ने प्राइमरी स्कूलों को दो दिन के लिए बंद कर दिया है। ग्रुप 3 के नियम लागू हो गए हैं। जहरीली हवा ने सांस लेना मुश्किल कर दिया है। आसमान पर प्रदूषण की मोटी परत छाई हुई है जिसके कारण दृश्यता का स्तर आधे से भी कम हो गया है। ऐसे में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के स्टेज-3 को लागू करने के आदेश दिए गए हैं।

स्कूल दो दिन के लिए बंद

दिल्ली के 12 इलाकों की हालत सबसे खराब है। यहां AQI 400 से ऊपर दर्ज किया गया है। इस बीच, प्राथमिक विद्यालय दो दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं। प्राथमिक स्तर तक के छात्र फिजिकल मोड के बजाय ऑनलाइन मोड में पढ़ाई करेंगे। नगर निगम के स्कूल भी दो दिन बंद रहेंगे। पड़ोसी राज्य गुरुग्राम ने भी प्रदूषण से निपटने के लिए कदम उठाया है।

 प्रदूषण की स्थिति

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए दिल्ली के सभी सरकारी और प्राथमिक स्कूल अगले 2 दिनों तक बंद रहेंगे।’ केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पैनल ने एनसीआर में गैर-आवश्यक निर्माण गतिविधि पर प्रतिबंध लगा दिया है – जिसमें गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम शामिल हैं। शहर में डीजल ट्रकों के प्रवेश पर लगी रोक। ग्रेडेड एक्शन रिस्पांस प्लान के स्टेज-3 के तहत कई अन्य उपाय भी लागू किए जाएंगे, जिसे राजधानी और आसपास के इलाकों में प्रदूषण में वृद्धि से निपटने के लिए डिजाइन किया गया है। गुरुग्राम जिला मजिस्ट्रेट ने एक कानून के तहत कचरा, पत्ते, प्लास्टिक और रबर जैसी अपशिष्ट सामग्री को जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो इसे दंडनीय अपराध बनाता है।

GRAP पर चर्चा के लिए बैठक आज

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने GRAP के तीसरे चरण के कार्यान्वयन पर चर्चा के लिए शुक्रवार को एक बैठक बुलाई है। शाम 5 बजे इस सीजन में पहली बार दिल्ली का प्रदूषण स्तर 402 ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंच गया. वैज्ञानिकों ने अगले दो सप्ताह में इसमें और बढ़ोतरी की चेतावनी दी है।

दिल्ली-NCR में AQI का हाल

दिल्ली के 37 निगरानी स्टेशनों में से कम से कम 18 ने वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) को ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया। जिन क्षेत्रों में AQI 400 के स्तर को पार कर गया उनमें आनंद विहार (450), बवाना (452), बुराड़ी क्रॉसिंग (408), द्वारका सेक्टर 8 (445), जहांगीरपुरी (433), मुंडका (460), एनएसआईटी द्वारका (406) शामिल हैं। नजफगढ़ (414), नरेला (433), नेहरू नगर (400), न्यूमोती बाग (423), ओखला फेज 2 (415), पटपड़गंज (412), पंजाबी बाग (445), आरके पुरम (417), रोहिणी (454) ), शादीपुर (407) और वज़ीरपुर (435)। जब AQI लेवल 400 से ऊपर चला जाता है तो इसे ‘गंभीर’ माना जाता है।

सबसे खराब हवा हुई दर्ज

ऐसा तब होता है जब वायु प्रदूषण एक स्वस्थ व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है और उन लोगों पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है जिन्हें पहले से ही कोई बीमारी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों से पता चलता है कि अक्टूबर में दिल्ली की वायु गुणवत्ता 2020 के बाद से सबसे खराब थी। मौसम वैज्ञानिकों ने इसके लिए बारिश की कमी को जिम्मेदार ठहराया है। रविवार को पंजाब में खेतों में पराली जलाने की घटनाओं में 740 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। राज्य भर में पराली जलाने की 1,068 घटनाएं दर्ज की गईं – जो मौजूदा कटाई के मौसम में एक दिन में सबसे अधिक है।

इसे भी पढ़े:

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox