India News(इंडिया न्यूज़), Delhi Air Pollution: प्रदूषण की बिगड़ती स्थिति के बीच आज से एनसीआर से आने वाली पुरानी बसों का दिल्ली में प्रवेश पूरी तरह से बंद हो जाएगा। वायु गुणवत्ता एवं प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) अपनी समयसीमा को और आगे बढ़ाने के मूड में नहीं है। इस संबंध में सीएक्यूएम ने 19 जुलाई को ही एनसीआर राज्यों को तैयारी रखने की सलाह भी दी थी। उनसे कार्ययोजना ली गई। नई बसें खरीदने की समयसीमा तय कर ली गई है और अब इसे लागू किया जा रहा है। इस संबंध में 19 अक्टूबर को आदेश जारी किए गए थे।
विशेषज्ञों के मुताबिक यह कदम उठाना निश्चित तौर पर जरूरी है। लेकिन, अगर बसों की कमी हो जाए और लोग निजी वाहनों का इस्तेमाल बढ़ा दें तो इससे प्रदूषण पर और भी बुरा असर पड़ सकता है। मंगलवार को आईएसबीटी पर दूसरे राज्यों से आने वाली बीएस-3 और बीएस-4 डीजल बसों का आवागमन जारी रहा। नए निर्देशों के मुताबिक, एनसीआर के सभी शहरों से दिल्ली आने वाली बसें केवल इलेक्ट्रिक, सीएनजी या बीएस-6 डीजल बसें होंगी। ये बसें बीएस-3 और बीएस-4 डीजल बसों की तुलना में कम प्रदूषण फैलाती हैं।
हरियाणा 2023-24 में 1313 नई बीएस-6 डीजल बसें खरीदेगा । राजस्थान ने 590 बीएस-6 डीजल बसें खरीदने की बात कही है, इसके अलावा 440 बीएस-6 बसें आउटसोर्स करने की भी बात कही है। उत्तर प्रदेश 1650 से अधिक बीएस-6 बसें खरीदेगा।1 जुलाई 2024 तक दिल्ली-एनसीआर में केवल स्वच्छ ईंधन वाली बसें चलेंगी
परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, यूपी रोडवेज की केवल इलेक्ट्रिक, सीएनजी या बीएस-6 डीजल इंजन वाली हापुड़, मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, शामली, मुजफ्फरनगर की बसों को ही दिल्ली में प्रवेश की अनुमति होगी। क्योंकि ये सभी इलाके एनसीआर क्षेत्र में आते हैं। लेकिन मुरादाबाद, आगरा, लखनऊ, प्रयागराज, गोरखपुर जैसी जगहों से दिल्ली जाने वाली बीएस-3 या बीएस-4 डीजल इंजन वाली बसों को फिलहाल नहीं रोका जाएगा।
इसी तरह राजस्थान के भरतपुर या अलवर से केवल इलेक्ट्रिक, सीएनजी या बीएस-6 डीजल इंजन वाली बसें ही दिल्ली पहुंच सकेंगी, क्योंकि ये दोनों इलाके एनसीआर क्षेत्र में आते हैं। लेकिन उससे आगे राजस्थान के अन्य शहरों से चलने वाली बसें प्रतिबंध के दायरे से बाहर रहेंगी। हालाँकि, हरियाणा के मामले में स्थिति थोड़ी अलग होगी। वैसे तो हरियाणा के 22 में से 14 जिले एनसीआर के दायरे में आते हैं, लेकिन सीएक्यूएम के निर्देश पर यह प्रतिबंध हरियाणा से आने-जाने वाली सभी राज्य रोडवेज बसों पर लागू किया जाएगा।
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