India News (इंडिया न्यूज), Delhi Air Pollution: राजधानी में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में बनी हुई है। हवाओं की दिशा बदलने और गति कम होने से कई इलाकों की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। शुक्रवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 261 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में है। राजधानी में हर साल 1-15 नवंबर तक के समय प्रदूषण सबसे अधिक रहता है। इसका मतलब है कि समय आ गया है कि आप अपना ख्याल रखें। बता दें कि यह रिपोर्ट 2018 से 2022 तक के डेटा के आधार पर तैयार की गई है। अब खबर आ रही है कि बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए अब दिल्ली के कई इलाकों में निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि एक नंवबर से 15 नवंबर के बीच का औसत AQI 370 रहता है। जबकि 16- 30 नवंबर तक का औसत AQI 299 रहता है। रिपोर्ट के अनुसार, प्रदूषण के लिहाज से दूसरे नंबर पर 16- 31 दिसंबर तक के15 दिन आते हैं। उस दौरान औसत AQI 351 रहता है।
वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ गुफरान बेग ने इस बारे में बताया कि नवंबर का अगले हफ्ते के लिए पूर्वानुमान सही नहीं हैं। आने वाले समय मे स्मॉग भी रह सकता है। इसकी वजह मौसम है। हवाएं अपने साथ पराली का धुआं फिर यहां लेकर आएंगी। इसके अलावा हवा की गति भी काफी कम रहेगी। इसके तुरंत बाद दिवाली का सीजन भी है।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि राजधानी के 13 हॉटस्पॉट पर अगर एक हफ्ते तक प्रदूषण का स्तर 400 के पार बना रहता है तो इसके एक किलोमीटर के दायरे में निर्माण कार्य पर रोक के आदेश जारी किए जा सकते हैं। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि ठंड बढ़ने के साथ ही एक्यूआई 350 के आसपास बना हुआ है।
इसे भी पढ़े: Arvind Kejriwal: पेशी से पहले केजरीवाल बोले- ED का समन गैरकानूनी, नहीं होंगे पेश!