Delhi Assembly: दिल्ली विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा और अंतिम दिन था, जो जोरदार हंगामे के साथ बीता। इस हंगामे के बाद सदन को गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। आपको बता दे दिल्ली विधानसभा का शीतकालीन सत्र 3 दिनों के लिए बुलाया गया था, लेकिन हंगामे के बाद एक दिन के लिए बढ़ाया गया है।
आपको बता दे इससे पहले आप पार्टी के विधायक, दिल्ली के मुख्य सचिव, वित्त सचिव और स्वास्थ्य सचिव को सस्पेंड करने की मांग को लेकर वेल में पहुंच गए और नारे लगाने लगे थे। इस दौरान स्पीकर राम निवास गोयल ने उचित कार्रवाई का भरोसा भी दिया, लेकिन हंगामा जारी रहा। ऐसे में सदन को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
बता दे आप विधायकों का कहना है कि दिल्ली विधानसभा की याचिका समिति ने जांच में यह पाया है कि इन अफसरों ने षड्यंत्र के तहत मोहल्ला क्लीनिक, सरकारी अस्पताल और दिल्ली जल बोर्ड के काम रोक कर लोगों को परेशान किया गया है। इसको लेकर ही आप विधायक इन अधिकारियों को सस्पेंड करने की मांग कर रहे हैं। इससे पहले दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने यमुना नदी में प्रदूषण के मुद्दे को लेकर प्रदर्शन कर रहे बीजेपी के चार विधायकों को सदन से बाहर निकालने का निर्देश दिया।
आपको बता दे बीजेपी के विधायकों ने यमुना में बढ़ते प्रदूषण के मुद्दे पर चर्चा की मांग की थी। जिसे अध्यक्ष ने अस्वीकार कर दिया था, और कहा था कि वह किसी नियम के तहत किसी चर्चा की अनुमति नहीं देंगे। विधायकों ने दो बोतलों में यमुना के पानी के नमूने अध्यक्ष को दिए। इस पर अध्यक्ष ने आगाह किया, “पानी तेजाब से दूषित पाया गया, तो बीजेपी विधायकों की सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी।
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