India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Delhi Children Hospital Fire:दिल्ली के विवेक विहार के बेबी केयर सेंटर में लगी आग की घटना में एक हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है। जांच के दौरान पता चला कि दमकल विभाग को आग सूचना 35 मिनट की देरी से मिली थी। इसके परिणामस्वरूप आग फैल गई और कई नवजात बच्चों की जान चली गई। पुलिस की जांच में पता चला कि बेबी केयर सेंटर के ग्राउंड फ्लोर पर आग रात 10.55 मिनट पर लगी थी। मगर दमकल विभाग और PCR को आग की सूचना 11.30 मिनट पर मिली।
Delhi Children Hospital Fire: क्यों लगा इतना वक़्त
आग की सूचना मिलने पर 35 मिनट की देरी के पीछे की वजह अब पुलिस जांच कर रही है। पुलिस जांच में यह देखने की कोशिश कर रही है कि आग की सूचना लेट क्यों मिली और क्या ऐसा होने से बच्चों की जान बचाई जा सकती थी। क्या अस्पताल के कर्मचारियों ने सबसे पहले आग पर काबू पाने की कोशिश की थी, और जब यह असफल रही तो वे पीसीआर और दमकल विभाग को कॉल करें? इन सभी पहेलियों का समाधान ढूंढ़ने में दिल्ली पुलिस लगी है।
एग्जिट डोर था जाम
पुलिस के अनुसार, विवेक विहार के बेबी केयर सेंटर में दो एग्जिट डोर थे, लेकिन जांच के दौरान पता चला कि आरोपी डॉक्टर ने मशीनों और दवाओं से दरवाजे को जाम कर दिया था। इसके कारण लोग बाहर निकलने में असमर्थ रहे। अस्पताल में स्प्रिंकलर योजना भी नहीं थी, ना ही फायर अलार्म बेल, जिससे आग लगने का अलर्ट दिया जा सकता। पुलिस ने बताया कि इस अस्पताल में केवल पांच बच्चों को भर्ती करने की अनुमति थी, लेकिन आरोपी डॉक्टर नवीन खिची ने यहां पर 20 बच्चों को भर्ती कर रखा था।
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