India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Delhi Congress: दिल्ली में चुनावी सत्र के बीच, कांग्रेस पार्टी ने और दो बड़े नेताओं को खो दिया है। पूर्व विधायक नसीब सिंह और नीरज बसोया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। नसीब सिंह और नीरज बसोया ने पार्टी छोड़ने का फैसला बुधवार को लिया। उन्होंने अपने इस्तीफे की कारणों के रूप में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के गठबंधन को मुख्य रूप से जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को इस निर्णय की सूचना दी है।
इससे पहले भी कई नेताओं ने पार्टी को अलविदा कहा है। दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजकुमार चौहान और अरविंदर सिंह लवली ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। यह नया पल दिल्ली कांग्रेस के लिए मुश्किलाओं का सामना करवा सकता है, जब चुनाव के लिए तैयारी की जा रही है।
नसीब सिंह ने एनबीटी से बात करते हुए बताया कि पार्टी के महासचिव दीपक बाबरिया ने उन्हें समेत 21 लोगों को पार्टी से बाहर करने की सलाह दी थी। इस सूची में संदीप दीक्षित, राजकुमार चौहान जैसे नेता शामिल थे। उन्होंने पहले के टाइम को याद करते हुए बताया कि सोनिया गांधी ने उन्हें हमेशा सम्मान दिया और उन्होंने शीला दीक्षित के साथ मिलकर दिल्ली के विकास में काम किया। साथ ही साथी उन्होंने केजरीवाल के खिलाफ उनके द्वारा उपयोग की गई भाषा को याद कराया, जिसमें उन्हें जेल भेजने की धमकी दी गई थी। वे बताते हैं कि यह परिस्थिति ऐसी हो गई है कि वे अब अपने कार्यकर्ताओं के सामने मुंह नहीं खोल सकते।
नसीब सिंह का कहना है कि दिल्ली में कांग्रेस की वास्तव में सिर्फ एक सीट पर ही चुनाव लड़ रही है नाकि तीन, और दोनों प्रत्याशी बाहरी हैं। वे दोनों ही केजरीवाल के नेतृत्व में हैं। उन्होंने AAP पर ये भी दावा किया कि वे गठबंधन के तौर पर अपने नेता के साथ फोटो लगाने में भी कोई रुचि नहीं रखते। यह सभी घटनाएं उस समय की हैं, जब पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस दिल्ली में दूसरे स्थान पर थी। उन्होंने कहा कि देवेंद्र यादव को पंजाब के प्रभारी बनाया गया है, जो पंजाब में केजरीवाल के विरोध में काम करेंगे और दिल्ली में उनका समर्थन करेंगे। इस संदर्भ में, वे समर्थकों को मिसगाइड कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी प्रश्न उठाया कि क्या ये लोग अहमद पटेल को भूल गए हैं? जिनकी परंपरागत सीट उन्होंने आप को सौंप दी, लेकिन अब उन्हें अनदेखा किया जा रहा है। इसके बावजूद, वे डूबती पार्टी से निकलने का फैसला कर चुके हैं।
नीरज बसोया ने बताया कि कांग्रेस और आप का गठबंधन प्राकृतिक नहीं है। वे केजरीवाल और आप के खिलाफ 10 सालों से लड़ रहे थे और उनके नेताओं के खिलाफ कई बार आपत्तिजनक बयान भी दिए गए थे। उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल ने शीला दीक्षित को जेल भेजने की धमकी दी थी, और आज वह खुद जेल में हैं। उन्होंने कहा कि गठबंधन धर्म का पालन भी नहीं हो रहा है, क्योंकि सोमनाथ भारती उनके इलाके से लड़ रहे हैं और किसी पार्टी के झंडे, पर्चे, या नेता के साथ कोई संबंध नहीं है। इस तरह के स्थितियों में गठबंधन की समझ किस बात के लिए है?
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