India News(इंडिया न्यूज़), Delhi Crime: दिल्ली पुलिस के स्पेशल स्टाफ में तैनात एसीपी के बेटे की 23 जनवरी की रात उसके दोस्तों ने हत्या कर दी थी। उसके शव को आरोपी दोस्तों ने हरियाणा की मुनक नहर में फेंक दिया था। शव अभी तक नहर से बरामद नहीं हुआ है। अभिषेक नाम के आरोपी को पुलिस ने नरेला से गिरफ्तार किया है। जबकि विकास नाम के दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
दिल्ली के आउटर नॉर्थ में तैनात सहायक पुलिस आयुक्त यशपाल सिंह का 24 वर्षीय बेटा लक्ष्य चौहान दिल्ली कोर्ट में प्रैक्टिस करता था। वह 23 जनवरी की दोपहर दोस्त विकास और अभिषेक के साथ हरियाणा के भिवानी में शादी समारोह में गया था। वह शादी से घर नहीं लौटा। इस पर एसीपी यशपाल सिंह ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि लक्ष्य चौहान और विकास के बीच आर्थिक विवाद था। जिसके चलते विकास ने लक्ष्य को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने पंजाबी कॉलोनी, नरेला, दिल्ली निवासी अभिषेक को हिरासत में लिया। अभिषेक ने पुलिस को बताया कि लक्ष्य ने विकास से कर्ज लिया था। जब विकास अपने पैसे मांगता था तो लक्ष्य दुर्व्यवहार करता था।
जब लक्ष्य ने पैसे देने से इंकार कर दिया। इससे दोनों के बीच विवाद बढ़ गया। जिसके बाद प्लानिंग के मुताबिक 23 जनवरी को अभिषेक और विकास दिल्ली से लक्ष्य की कार में शादी में गए। जब हम लोग शादी समारोह से देर रात वापस लौट रहे थे। तभी पानीपत में कार रोकी गई और विवाद के बाद विकास ने बाहर आकर निशाना साधते हुए गोली मार दी। विकास ने शव को मुनक नहर में फेंक दिया। इसके बाद दोनों लक्ष्य की कार लेकर चले आए।
इस घटना की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की टीम दोपहर में पानीपत पहुंची। जहां गोताखोरों की मदद से सर्च ऑपरेशन चलाया गया। लेकिन देर शाम तक लक्ष्य के शव का कोई पता नहीं चल सका। वहीं, पुलिस ने लक्ष्य की कार खरखौंदा से बरामद कर ली है। अभिषेक के बयान के आधार पर पुलिस ने धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। वहीं विकास की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
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