India News(इंडिया न्यूज़), Delhi Crime: दिल्ली में अपराध के मामले अब बुजुर्गों से लूटपाट की ओर बढ़ गए हैं। साइबर ठग हों या घर में घुसकर रेकी कर लूटपाट करने वाले बदमाश, इन सभी का निशाना बुजुर्ग ही होते हैं। जिन्हें बंदूक की नोक पर पकड़कर लूट की घटना को अंजाम दिया जा सकता है। दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले एक साल में ऐसे अपराध 35 फीसदी बढ़ गए हैं।
इसी साल अगस्त में सागरपुर में फिजियोथेरेपी के लिए जा रहे 74 साल के मोहन लाल छाबड़ा पर बाइक सवार तीन लोगों ने हमला कर दिया था। उन्होंने उस पर बार-बार चाकू से वार किया और उसके आभूषण और नकदी लेकर भाग गए। जब वह गिरा तो उसकी मौत हो चुकी थी। छाबड़ा उन 14 लोगों में से एक थे जिनकी लूट के इरादे से बदमाशों ने हत्या कर दी थी।
इस साल की बात करें तो बुजुर्गों से लूटपाट के 85 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। पिछले साल जनवरी से सितंबर तक सिर्फ 63 मामले दर्ज किए गए थे, लेकिन इस साल यह आंकड़ा बढ़कर 85 हो गया है। इन मामलों में हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती, चोरी, साइबर अपराध और बुजुर्गों के यौन उत्पीड़न जैसे मामले उजागर हुए हैं।
वृद्धजनों के खिलाफ ऐसी आपराधिक घटनाओं की बढ़ती संख्या गंभीर चिंता का कारण मानी जा रही है। ऐसा लगता है कि दिल्ली में बुजुर्ग सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं, मजदूर वर्ग के लोगों में भी इसे लेकर चिंता है क्योंकि ये अपराध खासकर उन लोगों के साथ हो रहे हैं जो विकलांग हैं। हर घर में ऐसे लोग हैं जो इन समस्याओं से जूझ रहे हैं।
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