India News(इंडिया न्यूज़), Delhi Crime: जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि 2016 से अब तक मेडिकल काउंसिल को इन डॉक्टरों के खिलाफ ऐसी 6 शिकायतें मिल चुकी हैं। पुलिस को क्लिनिक से 414 खाली पर्चे भी मिले हैं जिन पर पहले से ही एक डॉक्टर के हस्ताक्षर हैं। पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान डॉ. नीरज अग्रवाल, उनकी पत्नी पूजा और सर्जन डॉ. जसप्रीत सिंह के रूप में की है। पुलिस जांच में पता चला कि ये लोग ग्रेटर कैलाश इलाके में अग्रवाल मेडिकल सेंटर के नाम से नर्सिंग होम चला रहे थे।
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी ने साल 2022 में पित्ताशय की बीमारी के इलाज के लिए भर्ती हुए मरीज असगर अली की सर्जरी की थी। शुरुआत में मरीज को बताया गया था कि यह सर्जरी सर्जन डॉ. जसप्रीत करेंगे। लेकिन ऑपरेशन से ठीक पहले डॉक्टर नीरज की पत्नी पूजा और पेशे से टेक्नीशियन महेंद्र नाम के शख्स ने सर्जरी की थी। इसी वजह से बाद में मरीज असगर अली की मौत हो गई।
असगर अली की मौत के बाद मेडिकल काउंसिल इस मामले की जांच कर रही थी। असगर अली की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर नर्सिंग होम संचालक डॉ. नीरज, उनकी पत्नी पूजा, सर्जन डॉ. जसप्रीत सिंह और एक्स लैब टेक्नीशियन महेंद्र को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की अब तक की पूछताछ में पता चला है कि इस मामले में सर्जन डॉ. जसप्रीत सिंह ने फर्जी दस्तावेज भी तैयार किए थे। और मिलीभगत के तहत फर्जी डॉक्टर पूजा और पूर्व लैब टेक्नीशियन महेंद्र ने ऑपरेशन कर दिया। सर्जरी के दिन, मरीज के परिवार को बताया गया कि पूजा और एक्स-लैब तकनीशियन भी डॉक्टर थे। पुलिस को शक है कि इस नर्सिंग होम में इन लोगों ने फर्जी सर्जन बनकर कई मरीजों का ऑपरेशन किया है।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि 2016 से अब तक मेडिकल काउंसिल को इन डॉक्टरों के खिलाफ ऐसी 6 शिकायतें मिल चुकी हैं। पुलिस को क्लिनिक से 414 खाली पर्चे भी मिले हैं जिन पर पहले से ही एक डॉक्टर के हस्ताक्षर हैं। इतना ही नहीं पुलिस ने नर्सिंग होम से कई एक्सपायर्ड सर्जिकल ब्लेड, प्रतिबंधित दवाएं, 54 एटीएम कार्ड और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
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