Delhi Crime:
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने चाइल्ड ट्रैफिकिंग करने वाले गिरोह का भंड़ाफोड़ किया है। मामले में पुलिस ने एक निजी अस्पताल के मालिक समेत तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है। गिरोह का भंडाफोड़ करने के लिए पुलिस कॉन्स्टेबल को नकली ग्राहक बनाया और फिर गिरोह की महिलाओं से संपर्क किया। कॉन्स्टेबल ने एक बच्चे की जरूरत बताई और कहा कि वह नि:संतान है, उसे एक बच्चा चाहिए।
जिसके बाद दो महिलाएं रोहिणी सेक्टर-3 में आउटर रिंग रोड के किनारे उससे मिलने के लिए पहुंची और उसके बाद उन्होंने एक महिला को और एक शख्स को बुलाया, महिला के हाथ में एक नवजात बच्ची थी और जो पुरुष साथ में आया था, जाँच में खुलासा हुआ कि जहांगीरपुरी के एक निजी अस्पताल का मालिक है। उस महिला ने अपनी बच्ची का सौदा 1,10,000 में किया और 10,000 एडवांस के रूप में उस गिरोह ने लिए और तभी पुलिसकर्मी ने पुलिस की बाकी टीम को संकेत दिया और चारों को मौके से ही दबोच लिया।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि जो महिला बच्ची बेचने के लिए आई थी वह 22 साल की है और शादीशुदा नहीं है और जब 7 महीने का गर्भ उसके पेट में था तो वह जहांगीरपुरी के इस निजी अस्पताल में अबॉर्शन करवाने के लिए आई थी। अस्पताल के मालिक ने उसे अबॉर्शन ना करवाकर बच्चे की सैफ डिलीवरी के बाद बेचने की बात उसे समझाई। अब डिलीवरी के बाद वह महिला इस बेबी गर्ल को बेचने के लिए यहां पर पहुंची थी जो रंगे हाथों पकड़ी गई।
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