Delhi Crime News:
नई दिल्ली: आर्थिक अपराध शाखा ने व्यावसायिक परियोजना में निवेश का झांसा देकर 30 करोड़ की ठगी करने वाला रियल एस्टेट कंपनी मिस्ट एवेन्यू के निदेशक को चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया है। इस ठगी में पुलिस पहले ही एक आरोपी निदेशक को गिरफ्तार कर चुकी है। इन आरोपियों ने 150 से ज्यादा लोगों से परियोजना में निवेश करवा रखा था। गिरफ्तार निदेशक सेक्टर 16ए चंडीगढ़ का निवासी है और उसका नाम दीप कंवर सिंह वालिया है।
शाखा के विशेष आयुक्त रविंद्र यादव से पता चला कि साल 2018 में शिकायतकर्ता जेपी कक्कड़ और अन्य लोगों ने शाखा में धोखाधड़ी, ठगी और रुपये की हेराफेरी करने की शिकायत की थी। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि मिस्ट एवेन्यू कंपनी ने 2012-13 में अपने परियोजना का विज्ञापन देकर प्रचार प्रसार किया और निवेशकों को आमंत्रण भेजा था। कंपनी ने शुरूआत में यह दावा किया कि वह व्यवसायिक परियोजना शुरू करने जा रहे हैं। और इस परियोजना के तहत एक व्यवसायिक टॉवर बनाया जा रहा है।
उन्होंने 99 के अंदर 33 मंजिल का व्यवसायिक टॉवर बनाने का दावा किया। इन दावों का विश्वास करके निवेशकों ने परियोजना में निवेश किया। बिना निर्माण कार्य किए कंपनी ने निवेशकों से पैसे ले लिए और उस राशि पर ब्याज भी लगा दिया। शिकायतकर्ताओं का आरोप ये भी था कि कंपनी ने परियोजना का नाम मिस्ट एवेन्यू से बदलकर फेस्टिवल सिटी कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने अपनी कंपनी का नाम भी एवेन्यू प्राइवेट लिमिटेड से मिस्ट डायरेक्ट सेल्स प्राइवेट लिमिटेड कर दिया। आरोपियों ने 2012-2013 में साल 2015 में कब्जे का आश्वासन दिलाया था लेकिन बाद में उसे बढ़ाकर साल 2022 कर दिया गया।
निवेशकों को नई कंपनी मिस्ट डायरेक्ट सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ नया अनुबंध करने के लिए कहा गया। जब निवेशकों ने निवेश किए गए धन को वापस मांगा तो कपंनी ने 35 फीसदी राशि को जब्त करने की धमकी दी। इसके बाद निवेशकों ने शाखा में शिकायत की। पुलिस ने कंपनी के निदेशकों को जांच से जुड़ने के लिए नोटिस एक जारी किया, लेकिन कोई भी आरोपी जांच में शामिल नहीं हुआ। फिर शाखा की टीम ने अदालत से निदेशक दीप कंवर सिंह वालिया के खिलाफ गैर जमानती वारंट को जारी करवाया। आखिर में 5 सितंबर को आरोपी को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया।
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