दिल्ली के गांधीनगर इलाके में एक महिला को न्याय दिलाने के लिए निकाले जा रहे कैंडल मार्च को जब प्रशासन ने रोका तो वहां मौजुद लोग हिंसक पर उतारु हो गए और पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी। इस दौरान कुछ पथराव भी हुआ। इस बिगड़ते हालातों पर पुलिस ने काबू पाने के लिए हल्का बल भी प्रयोग किया। डीसीपी ने बताया कि अब हालात सामान्य हो गए हैं।
पथराव होते ही आस-पास के इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और इस दौरान लोग अपने दुकानों के शर्टर बंद कर के मौके से भाग गए। पथराव में पुलिस की दो गाड़ियों समेत तीन अन्य गाड़ियां और एक स्कूटी क्षतिग्रस्त हो गई। हालात बेकाबू होता देख अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया, जिसके बाद पुलिस ने आंसु गैस के गोले छोड़कर लोगों को तितर-बितर किया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस घटना से संबंधित 20 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।
गांधी नगर में 22 साल की महिला की हत्या के मामले में आरोपी को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। पूर्वांचल नवनिर्माण संगठन चलाने वाले एक स्थानीय नेता संतोष कुमार झा ने बृहस्पतिवार को महिला को इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर कैंडल मार्च निकालने की इजाजत मांगी थी और पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी तो 250 लोग महिला कॉलोनी से कैंडल मार्च निकालने के लिए जमा हो गए। जिसके बाद हंगामा हुआ।
ये भी पढ़ें: मोतियों की तरह बिखर रही उद्धव की ‘पार्टी’, नवी मुंबई में 32 पार्षदों ने किया शिंदे का समर्थन