India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Delhi News: दस सालों से दिल्ली के उत्तरी जिले में एक कुख्यात अपराधी अनिल या बंटी नाम से जाना जाता था, जिसने पुलिस को बाहर आने पर मजबूर कर दिया। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने दस सालों तक जारी रहे इस खेल का अंजाम अब लगभग सात महीने पहले चढ़ा दिया। अनिल के खिलाफ पुलिस ने कई कोशिशें की, लेकिन गिरफ्तार नहीं कर पाई थी।
बीते दस सालों से फरार रहे कुख्यात अपराधी अनिल, जिसे बंटी भी कहा जाता था, ने अपने नाम को बदलकर इंस्टाग्राम पर एक्टिव रहा। एक दिन उसे उसके इंस्टाग्राम पेज पर एक लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली। उस लड़की की फोटो देखकर अनिल ने उसकी फ्रेंड रिक्वेस्ट को तुरंत एक्सेप्ट कर लिया। इसके बाद शुरू हुआ इस लड़की और अनिल के बीच बातचीत का लंबा सिलसिला, जिसमें उस लड़की ने अनिल को अपने जाल में फंसाया। अनिल ने इस लड़की की कोई भी बात मानने के लिए तैयार हो गया, जिसके बाद वह उससे मिलने की इच्छा जाहिर की।
पहले तो अनिल ने लड़की से मिलने में इनकार किया, लेकिन जब लड़की ने जिद की तो उसने मान लिया। मिलने का समय और स्थान तय हुआ – पंजाबी बाग मेट्रो स्टेशन। अनिल तय समय पर पंजाबी बाग मेट्रो स्टेशन पहुँच गया और लड़की का इंतजार करने लगा। इसी बीच, जब इंस्टाग्राम पर वाली लड़की नहीं आई, उत्तरी जिला पुलिस की ऑपरेशन सेल की टीम वहाँ पहुँच गई।
दस सालों की मेहनत के बाद, अब कुख्यात अपराधी अनिल उर्फ बंटी उत्तरी जिला पुलिस के हवाले हो गया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने एक खुलासा किया, जिसने सभी को हैरान कर दिया।
उत्तरी जिला पुलिस के उपायुक्त मनोज कुमार मीणा ने बताया कि इस कुख्यात अपराधी की तलाश में जुटी ऑपरेशन सेल को उसकी एक कमजोरी पता चल गई थी। अनिल नामक यह अपराधी विशेषकर सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म इंस्टाग्राम पर सक्रिय रहता था, जहां वह खासतौर पर लड़कियों से बातचीत के लिए इस्तेमाल किया करता था। जब उसकी इस इंस्टाग्राम ID की पहचान हुई, तो पुलिस ने एक नकली लड़की के नाम से अंतर रचकर उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। इससे अनिल की कमजोरी का फायदा उठाते हुए पुलिस ने अंत तक इस दस साल से चल रहे खेल को समाप्त कर दिया।