इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
राजधानी सरकार के वाहन विभाग ने अपने बस लेन प्रवर्तन अभियान के दूसरे पड़ाव के शुरू होते ही निर्धारित लेन के उपर नहीं चल रही नीजी बसों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है। अभियान के पहले ही दिन इस सोमवार को 15 निजी बसों का चालान काटा गया है। बस लेन पर नहीं चलेने से 10,000 रुपये के जुमार्ने का प्रविधान रखा गया है। बसों के अलावा 815 और वाहनों का भी बस लेन में अनधिकृत पार्किग करने के लिए चालान काटा गया है।
बता दें कि बीते 1 अप्रैल को बस लेन प्रवर्तन अभियान के शुरू होने के बाद से 7,000 से भी अधिक परिवाहनोें का चालान काटा जा चुका है। इन सब में से ज्यादातर ऐसी भी कारें शामिल हैं जो बस लेन के उपर अनधिकृत रूप से पार्क की हुई मिली थी। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बीते सोमवार को मुहिम का औचक मार्ग निर्देशन किया, ताकि पक्का किया जा सके कि बसें तय लेन में चल रही है या नहीं।
एरिया के साउथ एक्सटेंशन में बस के लेन प्रवर्तन मुहिम का उच्च अनुपालन देखा गया है। गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि, विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को यह भी कहा गया है कि क्या भीकाजी कामा प्लेस सिग्नल जैसे कुछ और चोक पाइंट्स के रोड पर सिग्नलों का टाइम बदला जाए तो बसों के झुंड से बचने के लिए प्रभावी हो सकता है।
वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि कड़े अभियान के परिणामस्वरूप भी न केवल दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और क्लस्टर योजना की बसें अब तय लेन में चल रही हैं, बल्कि एरिया के निजी वाहनों के मालिक भी बस लेन में अपनी गाड़ियां अच्छे से नहीं पार्क कर रहें है।