India News(इंडिया न्यूज़) Delhi High Court: पिता मर चुके थे, अंकल ने घर पर सहारा दिया, लेकिन ये सहारा अपनी हवस पूरी करने का जरिया था। रेप, अबॉर्शन पिल्स और यातनाएं, दिल्ली के असिस्टेंट डायरेक्टर और उसकी पत्नी की दरिंदगी की कहानी । राजधानी दिल्ली की पॉश कॉलोनी का एक घर जिसकी दीवारों के अंदर एक लड़की सिसकती रही, जहां वो तड़पती रही, रोज उसका यौन शोषण होता, प्रेग्नेंट न हो जाए इसलिए उसे अबॉर्शन पिल्स दी जाती। दिल्ली के हाई कोर्ट से एक बड़ी खबर सामने आ रही है।
बच्ची अपने अंकल-आंटी के साथ दिल्ली आ गई उनके घर में, लेकिन उसे नहीं पता था कि वो जहां जा रही है वहां उसके साथ क्या होने वाला है। ये बच्ची को बेटी बनाकर घर तो ले आया लेकिन जब हकीकत सामने आई हर कोई चौंक गया। करीब एक साल तक ये बच्ची यहीं दिल्ली में प्रेमोदय के घर पर रही। साल 2021 में बच्ची की मां दिल्ली आई और फिर ये लड़की अपनी मां के साथ अपने घर वापस लौट गई।
दिल्ली सरकार के अधिकारी द्वारा नाबालिग के यौन शोषण के मामले का दिल्ली हाईकोर्ट (HC) ने फैसला ले लिया है। दिल्ली के हाई कोर्ट ने पीड़ित की पहचान को अभी राज रखने को कहा है। दिल्ली हाईकोर्ट ने पुलिस से ये तय करने को कहा है कि किसी भी सूरत में नाबालिग पीड़ित की पहचान सामने न आए। चीफ जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा और जस्टिस संजीव नरूला की बेंच ने फैसला लेते हुए दिल्ली पुलिस से ये तय करने को कहा है कि नाबालिग पीड़ित की पहचान सुरक्षित रखा जाए और इसकी जानकारी अभी किया के सामने न आए। उसकी पहचान उजागर ना हो. कोर्ट ने दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय से 4 हफ्ते में स्टेटस रिपोर्ट की मांग की है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली हाई कोर्ट अब अगली सुनवाई 14 सितंबर को सुनाएगी।
बता दे कि सुनवाई के वक्त दिल्ली पुलिस की ओर से कोर्ट को बताया गया कि नाबालिग पीड़ित की हालत गंभीर है और वह अस्पताल में भर्ती है। पुलिस ने कोर्ट को यह भी बताया कि पीड़ित को कल दौरा भी आए थे। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से पेश वकील ने कोर्ट को बताया कि आयोग ने भी इस घटना पर फैसला लिया है और वो भी इस मामले में जवाब दाखिल करेंगे।
दिल्ली सरकार में असिस्टेंट डायरेक्टर पोस्ट में है प्रेमोदय खाखा अपनी पत्नी सीमा रानी और एक बेटे का साथ रहता है। करीब ढाई साल पहले यानी कोविड के खौफनाक दौर के आसपास इस असिस्टेंट डायरेक्टर के दोस्त की मौत हो गई थी। अपने दोस्त की बेटी को ये शख्स अपने घर ले आया, ये बोलकर की मेरी बेटी ही तो है ये। मां ने भी छोड़ दिया कि चलो कोई नहीं अंकल आंटी के घर रहेगी तो शायद पिता की मौत के दर्द से जल्दी उबर पाएगी।
मामा बनकर बच्ची की जिंदगी को बर्बाद कर दिया
जानकारी के मुताबिक पिछले 13 अगस्त को आरोपी अधिकारी और उसकी पत्नी दोनों को गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय के अधिकारी प्रेमोदय खाखा पर नाबालिग के साथ कई महीनों तक रेप करने और उसे गर्भवती करने का आरोप भी लगाया गया है. उसकी पत्नी पर यह भी आरोप लगाया गया है कि उसने नाबालिग बच्ची को अबॉर्शन पिल खिलाई थी। जान लें कि पुलिस ने प्रेमोदय खाखा और उनकी पत्नी को 13 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया था। दोनों पर आईपीसी की धारा 376(2)(f), 509, 506, 323, 313, 120बी और पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था।