इंडिया न्यूज़, Delhi News : दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर हमेशा से ही दशहतवादियों की आँखे बानी रहती है और एयरपोर्ट की सुरक्षा में लगे जवानों की संख्या में कमी होने का पता लग ही जाता है, जानकारी के अनुसार पता चला है कि दिल्ली एयरपोर्ट को पूरी तरह सुरक्षित और निगरानी रखने के लिए सीआईएसएफ के जितने जवानों की आवश्यकता है उतने जवान मौजूदा समय में इनमें करीब 1300 की कमी अभी भी बताई जा रही है।
सूत्रों से पता है कि राजधानी एयरपोर्ट के लिए सुरक्षा को लेकर यहां प्राप्त कराई गई सिक्योरिटी आॅडिट से इस मामले का पता चला है। भारत के सभी हवाई अड्डों के लिए सुरक्षा नियम बनाने वाली एजेंसी ब्यूरो आॅफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (बीसीएएस), ने हाल ही में यहां एक सुरक्षा सर्वे किया था। सर्वे के दौरान एयरपोर्ट पर मौजूदा समय में यात्रियों की बढ़ती हुई संख्या और अन्य बाकि सभी बातों को ध्यान में रखते हुए मौजूदा समय के लिए करीब 1300 जवानों की कमी बताई गई है। बताया जा रहा है कि दिल्ली एयरपोर्ट सबसे अधिक यात्रियों का आना जाना लगा रहता है। यहां सबसे अधिक फ्लाइट्स और वीआईपी मूवमेंट भी रहता है।
सर्वे में यह पता लगी कि एयरपोर्ट की सुरक्षा में इस वक्त सीआईएसएफ के करीब 4500 जवान तैनात हैं। जबकि 2017 से अब तक एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या से लेकर हर चीज में बढ़ोतरी देखी गई है। एयरपोर्ट के भीतर आतंकी हमलों की आशंका भी बढ़ी है जिसे टालने के लिए यहां करीब 1300 जवानों की तैनाती को और भी बढ़ाना होगा। एयरपोर्ट पर चार्टर्ड फ्लाइट वाला नया जीए टर्मिनल नहीं था जोकि अब शुरू हो गया है जिसके चलते यहां पर भी जवानों को तैनात किया गया है।
एयरपोर्ट पर चुनौतियों से निपटने के लिए नए मोर्चे भी तैयार किए गए हैं जहां जवानों और कमांडों को तैनात किया गया है जो आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सीआईएसएफ हरवक्त तैयार रहे। बताया जा रहा है कि 1300 जवानों की संख्या आने वाले साल 2023 के अंत तक बढ़कर 2500 जवानों तक होने वाली है। इसके साथ ही यहां सीसीटीवी कैमरों में भी इजाफा करना पड़ेगा।