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Delhi ISIS Gangester: दिल्ली से तीन संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार: दिल्ली-अयोध्या को बनाया निशाना, निशाने पर बड़ी हस्तियां, उत्तर भारत में बड़े हमले की तैयारी

• LAST UPDATED : October 3, 2023

India News(इंडिया न्यूज़)Delhi ISIS Gangester: दिल्ली में ISIS मॉड्यूल का भंडाफोड़, 3 संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार; उत्तर भारत में बड़े हमले की तैयारी थी। दिल्ली में आईएसआईएस आतंकियों की तलाश कर रही दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तीन संदिग्ध आईएसआईएस आतंकियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार संदिग्धों के नाम शाहनवाज उर्फ शफी उज्जमा, मोहम्मद रिजवान और मोहम्मद अरशद वारसी हैंष। शाहनवाज पेशे से इंजीनियर है।

अन्य दो भी संदिग्ध आईएसआईएस आतंकवादी हैं और उच्च शिक्षित हैं। दो महीने से ज्यादा समय तक निगरानी और उत्तर भारत में 200 जगहों पर छापेमारी के बाद दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली। पुलिस ने दावा किया है कि यह मॉड्यूल आगामी त्योहारों से ठीक पहले दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर और अयोध्या में बड़े धमाके करने की योजना बना रहा था। आलम मोस्ट वांटेड सूची में था और पुणे से भागने के बाद एनआईए ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 3 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था। आतंकी गतिविधियों में शामिल वारसी फिलहाल जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पीएचडी कर रहा है।

स्पेशल सेल ने दावा किया है कि तीनों आतंकी आईएसआईएस मॉड्यूल से जुड़े हैं। ये देश में धमाके करने की तैयारी में थे। पिछले महीने ही एनआईए ने शाहनवाज और उसके दो अन्य साथियों पर 3 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. सेल का दावा है कि सोमवार तड़के मोहम्मद शाहनवाज को दिल्ली के जैतपुर से पकड़ा गया, जबकि उसके दो साथियों मोहम्मद अरशद वारसी को मुरादाबाद और मोहम्मद रिजवान को लखनऊ से पकड़ा गया। एनआईए को इस मामले में एक और मोहम्मद रिजवान की तलाश है। उसकी गिरफ्तारी पर 3 लाख रुपये का इनाम है।

निशाने पर कई बड़ी हस्तियां थीं

पूछताछ के आधार पर सेल ने दावा किया कि तीनों आतंकियों का मकसद बम विस्फोट कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को नुकसान पहुंचाना था। इनके निशाने पर देश की कई जानी-मानी हस्तियां थीं.. उन्हें जो भी कार्य दिया गया, उन्होंने उसे पूरी तरह निभाया। गिरफ्तार किये गये लोगों में मोहम्मद शाहनवाज निवासी हज़ारीबाग़ झारखंड, अरशद वारसी निवासी झारखंड और मोहम्मद रिज़वान अशरफ निवासी आज़मगढ़ यूपी शामिल हैं। पिछले महीने 12 सितंबर को एनआईए ने उसकी गिरफ्तारी पर 3 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।

पाकिस्तान में बैठे आकाओं से मदद

इनमें मोहम्मद शाहनवाज के ठिकाने से बम बनाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण जैसे विभिन्न प्रकार के रसायन, टाइमिंग डिवाइस, साहित्य, पिस्तौल कारतूस बरामद किए गए हैं। शाहनवाज तक साहित्य उनके पाकिस्तानी आकाओं के माध्यम से पहुंचा। इन तीनों को कोर्ट में पेश कर सात दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

शाहनवाज चोरी और डकैती के कई मामलों में गिरफ्तार हो चुका

स्पेशल सेल का दावा है कि शाहनवाज को वर्ष 2019 में लूट और चोरी के कई मामलों में झारखंड के हजारीबाग में गिरफ्तार किया गया है। वह 8/9 महीने जेल में रहा। दिसंबर 2020 में उसे जमानत मिल गई। बाद में उसने आईएसआईएस के एक विदेश स्थित हैंडलर से बात करना शुरू कर दिया।

आईएसआईएस की विचारधारा से कैसे जुड़ा?

शाहनवाज आलम एसएससी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए नवंबर 2016 में झारखंड से दिल्ली आए और अबुल फजल एन्क्लेव में रहने लगे। वह HUT के लेक्चर सुनने के लिए शाहीन बाग जाते थे। यही वह समय था जब शाहनवाज ने एचयूटी छोड़ने का फैसला किया क्योंकि वह अपने कॉलेज के दिनों से ही आईएसआईएस की विचारधारा से प्रभावित था। इसके बाद उसने आईएसआईएस की भड़काऊ सामग्री, उस विचारधारा को मानने वाले विभिन्न ट्विटर अकाउंट और समाचार चैनलों को फॉलो करना शुरू कर दिया।

शाहनवाज की मुलाकात रिजवान अली से 2016 में शाहीन मस्जिद, शाहीन बाग, दिल्ली में हुई थी। समय के साथ वे अच्छे दोस्त बन गये। शाहनवाज पहले से ही कई आईएसआईएस समर्थक टेलीग्राम और सोशल मीडिया चैनलों को फॉलो करता था। इसी बीच रिजवान ने भी उसी हैंडलर से संपर्क स्थापित किया।

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