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Delhi Jewellery Heist: 14 दिन की मास्टरमाइंड प्लानिंग को दिया अंजाम, दिल्ली पुलिस ने बताया 9 से 25 सितंबर तक का पुरा मामला

• LAST UPDATED : October 1, 2023

India News(इंडिया न्यूज़)Delhi Jewellery Heist: दिल्ली के जंगपुर इलाके में स्थित जलेवारी शोरूम से करीब 25 करोड़ रुपये की चोरी करने वाले दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने गंगाल फैक्ट्री में चोरी के मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है। फिलहाल पूछताछ अब भी जारी है। दिल्ली के जंगपुर इलाके में स्थित जलेवारी शोरूम से करीब 25 करोड़ रुपये की चोरी करने वाले दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने गंगाल फैक्ट्री में चोरी के मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है।

पुलिश ने दी जानकारी

जानकारी के मुताबिक दुर्ग पुलिस ने बेहतरीन चोर लोकेश को 25 किलो सोने के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने लोकेश के पास से 25 किलो सोने के अलावा अन्य आभूषण भी बरामद किए हैं। दुर्ग पुलिस ने लोकेश को कोहका से हिरासत में लिया है। जानकारी के मुताबिक चोरी हुआ यह सारा सामान दिल्ली में चोरी हुआ बताया जा रहा है। लोकेश की तलाश बिलासपुर और राजानंद ग्राम पुलिस को भी थी। इससे पहले भी गैलेक्सी में पारख ज्वैलर्स में हुई चोरी के मामले में पुलिस ने लोकेश को 100 फीसदी माल के साथ गिरफ्तार किया था। दुर्ग पुलिस से पूछताछ जारी है।

जानें क्या थी मास्टरमाइंड प्लान

दिल्ली की सबसे बड़ी चोरी में दिल्ली पुलिस लोकेश के दोस्त शिवा चंद्रवंशी को आम आदमी मान रही है. शिवा भी लोकेश के साथ दिल्ली शोरूम की चोरी करने आया था। उधर, दिल्ली पुलिस को चोरी के मास्टरमाइंड लोकेश का ट्रांजिट क्लीयरेंस नहीं मिला है। ऐसे में दिल्ली के सबसे चोरी वाले लेयर्स के स्टॉक में अभी कई दिनों की चोरी बाकी है। तेलंगाना पुलिस ने लोकेश के तीसरे दोस्त लोकेश राव को भी गिरफ्तार कर लिया है। लोकेश राव ने मुख्य उत्पाद के बारे में बताया।

चोरी कर कहां के लिए हुए फरार

ये दोनों 9 सितंबर को वहां गए थे। काफी देर तक यहां थे। इसके बाद वे छत्तीसगढ़ चले गए। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, चीफ अर्बन लोकेश दो-तीन बार रेकी करने के लिए दिल्ली आ चुका था। पूछताछ में उसने बताया कि यूट्यूब देखकर उसे पता चला कि वह शोरूम बांदा में रहता है। यह कितना बड़ा है और इसमें कितनी भीड़ है। सालगिरह के दिन यानी 24 सितंबर को वह दिल्ली आया और शोरूम की निगरानी की। इसके बाद वह पुरानी दिल्ली चले गए। वह पुरानी दिल्ली शोरूम पहुंचे और रात नौ बजे शोरूम पहुंचे। रात 11.45 बजे तक यहां घूमता रहा। रात 11.45 बजे यह शोरूम के बगल वाली बिल्डिंग में स्थित था। बिल्डिंग में प्रवेश करते समय उसे सुपरमार्केट में कैद कर लिया गया।

9 से 25 सितंबर तक का मामला

9 सितंबर को पहली बार शिवा के साथ चोरी करने दिल्ली आए। 16 सितंबर- रेकी आखिरी बार फिर अकेली आए। 24 सितंबर- सबसे पहले दिल्ली आए और सुबह 9 बजे उमराव सिंह शोरूम पहुंचे। 24 सितंबर- चोरी करने के बाद पुरानी दिल्ली वांगर चौक नजर आया। यहां से रात 9 बजे दोबारा शोरूम का उद्घाटन किया गया। 24 सितंबर – रात 9-11.45 बजे तक शोरूम के आसपास निगरानी कर रहा था। रात 11.45 बजे शोरूम पर गए। 25 सितंबर- करीब साढ़े 17 घंटे शोरूम में रहने के बाद शाम 7.30 बजे निकलेंगे।

दिल्ली में सबसे बड़ी चोरी को दिया अंजाम

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लोकेश श्रीवास ने छत्तीसगढ़ में चोरी का एक मामला उठाया था। छत्तीसगढ़ पुलिस पूरी सरगर्मी से उसकी तलाश कर रही थी। ये छिपकली दिल्ली आ गया था। हालांकि, उसके दिमाग में दिल्ली में बड़ी चोरी करने का तरीका भी था। यह मूर्खता सबसे पहले दिल्ली में उजागर हुई। काफी देर तक यहीं घूमता रहा। यहां उन्हें लगा कि जूरी शोरूम में प्रवेश करना आसान नहीं है। इसके बाद यहां किसी से दिल्ली के किसी बड़े शोरूम के बारे में पूछा। तभी उन्हें जंगपुरा स्थित उमराव सिंह शोरूम के बारे में पता चला। इसके बाद वह शिवा को लेकर जंगपुरा पहुंचे।

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