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Delhi Jewellery Heist Case: दिल्ली की सबसे बड़े चोरी में लोकेश नें कोर्ट में उगले सारे राज, जानें क्या है मामला

• LAST UPDATED : October 6, 2023

India News(इंडिया न्यूज़)Delhi Jewellery Heist Case: दिल्ली की सबसे बड़ी चोरी करने वाले हाईप्रोफाइल चोर लोकेश गोलू ने कभी नहीं सोचा था कि उसे इतना माल मिलेगा। इतना सारा सामान पाकर उसे बहुत खुशी हुई। छत्तीसगढ़ जाकर उसने अपने दोस्त शिवा को सबसे बड़ी चोरी के बारे में बताया कि वह अमीर हो गया है, अब वह आगे से चोरी नहीं करेगा। उन्होंने खुशी-खुशी शिव को दो सोने की चेनें दे दीं। जब छत्तीसगढ़ पुलिस ने शिवा को गिरफ्तार किया तो उसके पास से दोनों चेन बरामद हो गईं। उधर, दिल्ली पुलिस की कार्रवाई लोकेश को रविवार शाम दिल्ली ले आई। दिल्ली पुलिस उसके कब्जे से बरामद जूलरी भी ले आया है।

ऐसे दिया चोरी को अंजाम

पुलिस मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वारदात के दिन यानी 24 सितंबर को लोकेश रात 11.45 बजे शोरूम से दिल्ली टेरेस के लिए निकला था। इसके बाद वह शोरूम में ही सो गए। बुजुर्ग ने बताया कि वह होटल से शोरूम में सोया था और अगर उसने स्ट्रांग रूम में रात बिताई तो वह शोर मचा देगा और आसपास के लोगों को पता चल जाएगा। वह अगले दिन सुबह 8 बजे से रात 12 बजे तक जागते हैं। इसके बाद वह 11.30 बजे तक इंतजार करता रहा। उसने सोचा कि वह सुबह किसी शोरूम में आ सकता है। कोई आएगा तो छत के रास्ते भाग जाएगा। रात 11.30 बजे जब कोई नहीं आया तो वह आभूषण समेटने लगा।

उन्होंने कॉटन स्ट्रॉन्ग रूम की शुरुआत की। उसने पेचकस वंडर गिर खरीदा था। शोरूम में ही उन्हें हथौड़ा मिल गया। गहराई को कवर करने के बाद, वह छत के माध्यम से बाहर आया। शोरूम से करीब 50 मीटर की दूरी पर उन्हें ऑटो मिल गया। ऑटो से यह स्टूडियो गेट बस स्टॉपहोल्ड था। सबसे पहले बताया गया कि उसने अपने दोस्त छत्तीसगढ़ निवासी शिवा से कहा कि उसे उम्मीद नहीं थी कि उसे इतना माल मिलेगा। उन्होंने अपने किराए के मकान में आभूषण रखे थे।

कल हुई थी कोर्ट में पेशी 

दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारी राजेश देव ने बताया कि आरोपी लोकेश को दिल्ली लाया गया है। जिला प्रभारी अधिकारी राजेंद्र सिंह डागर की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस टीम उन्हें विमान से दिल्ली ले आई है। पुलिस ने बताया कि ट्रांजिट अप्रूवल खत्म होने के बाद कंपनी को कोर्ट में पेश कर अप्रूवल लेने की कोशिश किया गया।

कोर्ट में उगले सारे राज

दक्षिण-पूर्वी जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लोकेश 9 सितंबर को दिल्ली आया था। बाजार जाने के लिए निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से ऑटो लिया। ड्राइवर उसे उमराव सिंह शोरूम के पास ले गया। यहां शोरूम देखकर लोकेश के मन में लालच का ख्याल आया। उन्होंने उमराव सिंह ज्वेलरी शोरूम  के बारे में पहले सुना था। इसके बाद उसने शोरूम में चोरी करने की योजना बनाई। 17 सितंबर को उसने फिर शोरूम के पास कारोबारी से सलाह की। वह शोरूम के मुख्य गेट के बिल्कुल करीब चला गया। यहां उन्हें शीशे के दरवाजे से स्ट्रांग रूम दिखाया गया।

उसने शीशे के कमरे से अंदर देखा तो स्ट्रांग रूम काफी बड़ा था। कांच के दरवाजे से यह भी पता चला कि तीन तरफ दीवारें थीं और पेंटिंग वाली दीवार को हटाया जा सकता था। इसके बाद 21 सितंबर को दोबारा रेकी की गई। 24 सितंबर को स्ट्रांग रूम की दीवार में उन्हें कोई दिक्कत नहीं हुई। उन्होंने आराम से रूम को फ्रेंचाइजी से बाहर कर दिया। मामले की जांच जंगपुरा प्रभारी आकाश कर रहे हैं।

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