India News(इंडिया न्यूज़), Delhi: दिल्ली में एक बार फिर अफसर बनाम सरकार के बीच जंग तेज हो गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंत्री आतिशी की रिपोर्ट की सलाह एलजी वीके सक्सेना को दी है और उन्हें तुरंत हटाने की मांग की है।
एक दिन पहले ही आतिशी ने बामनौली भूमि अधिग्रहण मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की 650 पेज की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेश कुमार पर अपने बेटे की कंपनी से फायदा उठाने का आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मामले में 850 करोड़ रुपये का अनुचित लाभ कमाया गया है। द्वारका एक्सप्रेसवे के पास इस जमीन की कीमत 2015 में केवल 75 लाख रुपये थी।
बामनोली में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहित की जा रही 19 ओक्स भूमि की मूल कीमत इस साल मई में एस्ट्रल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (दक्षिण पश्चिम) द्वारा 41 करोड़ रुपये से बढाकर लगभग 353 करोड़ रुपये कर दी गई थी। बाद में गृह मंत्रालय ने इस मामले में मिशेल कुमार को निलंबित कर दिया। द्वारका एक्सप्रेसवे में भूमि अधिग्रहण मामले में याचिका दायर की गई थी। याचिका में मुख्य सचिव पर आरोप लगाए गए है। वही परियोजना के लिए अधिग्रहीत जमीन को लेकर भी पक्ष-विपक्ष का आरोप लगा। इस पर मुख्यमंत्री ने आतिशी से रिपोर्ट ली थी।
चार दिन में तैयार हुई रिपोर्ट समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मुख्यमंत्री सर्जन ने 11 नवंबर को इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया था। मुख्यमंत्री ने चार दिनों में करीब 650 पन्नों की रिपोर्ट तैयार की है। दिल्ली सरकार के सलाहकार अश्विनी कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि मुख्य सचिव नरेश कुमार ने बेबुनियाद आरोप लगाए हैं और वह राजनीति का हिस्सा हैं।
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