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Delhi Landfill Site: जी-20 के बाद सड़कों पर जगह-जगह फिर बनने लगे नए कूड़ा पॉइंट, काम में लगाई जाएंगी अतिरिक्त एजेंसियां

• LAST UPDATED : September 16, 2023

India News(इंडिया न्यूज़)Delhi Landfill Site: दिल्ली की तीनों लैंडफिल साइटों पर जमा कचरा तेजी से कम हो रहा है। बीते चार महीनों के दौरान हर महीने साढ़े छह लाख मीट्रिक टन से ज्यादा कचरे का निस्तारण किया जा रहा है। राजनिवास से मिली जानकारी के मुताबिक उपराज्यपाल वीके सक्सेना के सुझावों और निगरानी के बाद इस कार्य में खासी तेजी आई है। इसी का असर है कि जून से सितंबर के बीच पहले की तुलना में कचरे के निस्तारण की दर में 462 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

सड़कों, चौराहों, नुक्कड़ों पर नए कचरा पॉइंट न बनें, इसके लिए मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने पिछले दो हफ्तों में कई बैठकें कीं। जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले 12 हजार कचरा पॉइंट सड़कों के किनारों से साफ कराए और यहां गमले रखे गए। मेयर के मुताबिक, सभी जोन में सफाई निरीक्षकों को विशेष हिदायत दी गई है कि वे ध्यान दें कि कहीं भी नए कचरा पॉइंट न बनने पाएं। कचरे को गाड़ियों में भरकर सीधे समाधान वाली जगह ले जाया जाए। विशेष सफाई अभियान जारी है। मेयर करीब हर दिन किसी एक वार्ड का दौरा कर रही हैं। इसके बावजूद सड़कों पर जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे नजर आ रहे हैं।
राजनिवास सूत्रों के मुताबिक दिल्ली की तीनों लैंडफिल साइट गाजीपुर, भलस्वा और ओखला में वर्ष 2019 में लगभग 280 लाख मीट्रिक टन कचरा जमा था। कचरे का निस्तारण करने के लिए चलाई जाने वाली लंबी प्रक्रिया के बाद मई 2022 में यहां लगभग 229.1 लाख मीट्रिक टन कचरा था। इस पूरे तीन साल के दौरान हर महीने 1.41 लाख मीट्रिक टन की दर से कचरे का निस्तारण किया जा रहा था।

विपक्ष ने उठाए सवाल

विपक्ष ने निगम की कार्यशैली पर उठाए सवाल शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर विपक्ष ने निगम की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है। पूर्व मेयर व मौजूदा पार्षद सत्या शर्मा ने कहा है कि जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने राजधानी को साफ-सुथरा और चमकाने का झूठा दावा करके वाह-वाही लूटने की कोशिश की। उनका दावा दावा हकीकत से कोसों दूर है। उन्होंने मेयर को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के वार्डों में आकर उनकी वास्तविक स्थिति देखने की नसीहत दी।
दिल्ली के उपराज्यपाल की कड़ी निगरानी
उपराज्यपाल कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, तीन लैंडफिल साइटों पर कचरे के निपटान की प्रक्रिया एमसीडी द्वारा की जा रही है और एलजी वीके सक्सेना सीधे इसकी निगरानी कर रहे हैं। ट्रामेल मशीनों के जरिये अपशिष्ट निपटान की प्रक्रिया में तेजी लाने के बाद, इस साल जुलाई-अगस्त में, एलजी ने एमसीडी को उनके उपयोग के लिए लैंडफिल साइटों से निष्क्रिय और सीएंडडी कचरे को मुफ्त में उठाने के लिए सार्वजनिक अपील करने का भी निर्देश दिया था।

तब एमसीडी ने निवासियों, निर्माण एजेंसियों और अन्य संबंधित एजेंसियों से अनुरोध किया था कि वे अपनी निर्माण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए लैंडफिल साइटों से सी एंड डी मलबा और निष्क्रिय सामग्री का बेहतर उपयोग करें और इन कचरे के टीले को खत्म करने में नगर निकाय की मदद करें।

कूड़ा कम करने पर इनाम

अगर एजेंसी तेजी से कूड़ा निस्तारण का काम करती है तो उसे इनाम भी दिया जाएगा। योजना के मुताबिक 2 साल से पहले जो भी एजेंसी 30 लाख टन कूड़े का निस्तारण करेगी उसे अतिरिक्त 15 लाख टन कूड़ा निस्तारण का काम दिया जाएगा। इसकी जानकारी सभी एजेंसी को दे दी गई है, ताकि एजेंसी तेजी से काम करें। इसकी शर्तें भी टेंडर प्रक्रिया में शामिल हैं।

केजरीवाल ने जारी किया निर्देश

सीएम अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर कूड़ा निस्तारण की क्षमता को दोगुना करने का प्लान तैयार किया गया है। तीनों कूड़े के पहाड़ों पर अभी एक-एक एजेंसी काम कर रही है। लेकिन जल्द एक-एक और अतिरिक्त एजेंसी वहां काम करेंगी। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

सड़कों पर फिर बन रहा नया कचरा पॉइंट

जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद सड़कों पर फिर से जगह-जगह नए कचरा पॉइंट बनने लगे हैं। यहां दो-तीन दिन का कूड़ा सड़कर बदबू फैला रहा। इससे आसपास की कॉलोनियों में बीमारी फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है। लगभग पूरी दिल्ली में इस तरह के हालात हैं, लेकिन उत्तर पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर, मौजपुर, कबीर नगर, गांधी नगर सहित आसपास के अन्य इलाकों की हालत ज्यादा खराब है।

सड़कों, चौराहों, नुक्कड़ों पर नए कचरा पॉइंट न बनें, इसके लिए मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने पिछले दो हफ्तों में कई बैठकें कीं। जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले 12 हजार कचरा पॉइंट सड़कों के किनारों से साफ कराए और यहां गमले रखे गए। मेयर के मुताबिक, सभी जोन में सफाई निरीक्षकों को विशेष हिदायत दी गई है कि वे ध्यान दें कि कहीं भी नए कचरा पॉइंट न बनने पाएं। कचरे को गाड़ियों में भरकर सीधे समाधान वाली जगह ले जाया जाए। विशेष सफाई अभियान जारी है। मेयर करीब हर दिन किसी एक वार्ड का दौरा कर रही हैं। इसके बावजूद सड़कों पर जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे नजर आ रहे हैं।

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