India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Delhi Loksabha Election: हर संसदीय क्षेत्र में दस-दस पिंक बूथ और दस-दस मॉडल बूथ बनाए गए हैं, जहां व्यवस्थाएँ विशेष तौर पर आकर्षक हैं। इन बूथों के प्रवेश द्वार को फूल मालाओं और पोस्टर-होर्डिंग्स से सजाया गया है। रेड कारपेट और गुलाबी कालीन बिछाई गई हैं, और प्रतीक्षालय में आरामदायक सोफे भी लगाए गए हैं।
आज वह दिन आ गया है जिसका मतदाता पांच साल तक इंतजार करते हैं, जब वे अपने मुद्दों और पसंद के आधार पर मतदान करते हैं। मतदान को सुविधाजनक बनाने के लिए सामान्य बूथों पर भी पानी और प्रतीक्षालय की व्यवस्था की गई है। वहीं, मॉडल और पिंक बूथों पर यह व्यवस्था और भी विशेष है, जिससे मतदाताओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो।
पिंक बूथों पर महिला कर्मचारियों की तैनाती होगी, जो मतदाताओं को समर्थन प्रदान करेंगी। यहां प्रतीक्षालय में मतदाताओं को प्रोत्साहित करने वाले संदेश भी दिखाए जाएंगे। नई दिल्ली के इलाकों में एनडीएमसी के स्कूलों में बने अधिकांश बूथों में स्कूली बच्चों द्वारा बनाई गई पेटिंग और कागज की वस्तुओं और चित्रों का प्रदर्शन किया जा रहा है, जिसमें पर्यावरण और स्वच्छता से संबंधित संदेश भी होंगे। पिंक बूथ की विशेषता यह होगी कि इसमें केवल महिला कर्मचारियाँ होंगी।
इन केंद्रों पर सेल्फी पॉइंट भी स्थापित किए गए हैं, जहां लोग फोटो खिंचवा सकते हैं। मोडल बूथों पर ज्यादातर फर्नीचर नया है, जिसमें सोफे से लेकर कारपेट तक शामिल हैं। इन बूथों का मुख्य द्वार फ्लैक्स के माध्यम से बनाया गया है, ताकि दूर से ही मतदान केंद्र की पहचान की जा सके।
दिल्ली में आठ बूथों का संचालन दिव्यांग कर्मियों द्वारा किया जाएगा। यहां 70 मोडल और 70 पिंक बूथ होंगे, जबकि आठ बूथ ऐसे होंगे जिनका प्रबंधन दिव्यांग कर्मी करेंगे। प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में एक-एक दिव्यांग बूथ है, जबकि नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र में दो बूथ हैं। इन बूथों में दिव्यांग कर्मी होंगे और व्हीलचेयर की सुविधा होगी।
चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में सर्वोदय विद्यालय ए ब्लॉक, जहांगीरपुरी और सीमापुरी विधानसभा क्षेत्र में निगम स्कूल ताहिरपुर नंबर एक एवं ओखला विधानसभा क्षेत्र में निगम स्कूल फेस एक जेज कालोनी मदनपुर खादर में दिव्यांग बूथ होंगे।
मतदान केंद्रों पर बच्चों के लिए खेलने के लिए एक विशेष स्थान बनाया गया है। इसके लिए एक अलग कमरा तैयार किया गया है, जहां बच्चों को खिलौने मिलेंगे। इससे माता-पिता मतदान करने के दौरान अपने बच्चों को वहां सुरक्षित रूप से छोड़ सकेंगे और फिर उन्हें ले जा सकेंगे। इस प्रकार की व्यवस्था ज्यादातर मतदान केंद्रों पर की गई है।
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