delhi mcd : जनता अपने जनप्रतिनिधि को इसलिए चुनकर भेजती है ताकि वो जनमानस के लिए काम करे। जनप्रतिनिधि समाज में आदर्श उदाहरण पेश करे जो बेमिसाल बने।दूसरी ओर सदन चाहे जो भी हो लोकतंत्र का मंदिर होता है। ऐसे में नेता लोकतंत्र के मंदिर में मारपीट करे तो जनता के बीच क्या सन्देश जायेगा ? ऐसे तो नेता दूसरों के लिए बड़े -बड़े लेक्चर देते हैं मगर वो कितना लोकतंत्र की गरिमा का ख्याल रखते हैं कोई उनसे पूछे। आप सोच रहे होंगे हम जनप्रतिनिधि, लोकतंत्र का मंदिर और मारपीट का जिक्र क्यों कर रहें हैं। तो बता दें, इनदिनों दिल्ली एमसीडी मारपीट का अखाडा बन गया चुका है।
मालूम हो, दिल्ली MCD इन दिनों मारपीट का अखाड़ा बन गया है। सुबह स्टेंडिंग कमेटी के चुनाव को लेकर वोटिंग हुई थी, लेकिन बवाल ऐसा खड़ा हुआ कि एक बार फिर आप और बीजेपी पार्षदों के बीच मारपीट शुरू हो गई। एमसीडी में जनप्रितिनिधि गुंडों की भूमिका में दिखे। हालात तो ऐसे बन गए हैं कि पार्षद एक दूसरे को मुक्के मार मारते और बल खींचते नजर आए। ये तो सुबह का माजरा था वहीं एक बार फिर पार्षदों के आपस में भिड़ने की खबरें आ रही हैं। खबर ऐसी है कि दिल्ली एमसीडी में फिर से धक्कामुक्की और बवाल देखने को मिला है।
बता दें, दिल्ली एमसीडी में स्टेंडिंग कमेटी के चुनाव को लेकर आज सुबह वोटिंग हुई थी। हालांकि वोटिंग के दौरान जमकर बवाल देखने को मिला था। बाद में दोबारा काउंटिंग तक की मांग उठ गई थी। इसी बीच दोबारा से बीजेपी और आप के पार्षद आमने सामने आ गए और ये मारपीट का दौर शुरू हो गया। मालूम हो, जो दिल्ली एमसीडी से मारपीट के वीडियो सामने आ रहे हैं। उनमें दोनों पक्षों के पार्षद एक दूसरे को लात-घूंसे मारते नजर आ रहे हैं। इस बीच महिला पार्षद भी बहुत ज्यादा आक्रामक नजर आ रही हैं।
बता दें, दिल्ली एमसीडी में स्टैंडिंग कमिटी के चुआव से पहले बीजेपी का प्रदर्शन देखने को मिला था। बीजेपी पार्षद ‘मेयर तेरी तनशाही नहीं चलेगी’ के नारे लगते नजर आए थे। बीजेपी पार्षदों ने नारे लिखे कागज भी दिखाए थे, कागज फाड़ कर सदन में फेंके गए थे। उस समय तक सिर्फ नारेबाजी चल रही थी, ऐसे में स्थिति कंट्रोल में थी। बाद में पार्षद हिंसक हो गए,सदन में जमकर बवाल होना शुरू हुआ। पानी तक की बोतलें एक -दूसरे के ऊपर फेंकी गयी।
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) February 24, 2023
मालूम हो,उस समय आरोप ये लगा था कि पांच पार्षदों ने वोटिंग करने के बाद बैलेट ही वापस नहीं किए थे। तब बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर धांधली का आरोप लगा दिया था। जिस वजह से दोनों पार्टियां आमने-सामने आ गई थीं और जमकर मारपीट हुई।