India News(इंडिया न्यूज़), Delhi MCD Budget: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सदन में गुरुवार को दिनभर चले हंगामे के बीच आखिरकार आप शासित एमसीडी का पहला बजट पेश हो गया। मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 16 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया, जिसमें साफ-सफाई और इंफ्रास्ट्रक्चर पर खास ध्यान दिया गया। मेयर ने इसे दिल्ली का विकास बजट बताया। इस बजट को पेश करने के दौरान विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने लगातार हंगामा किया। बीजेपी ने इस बजट का विरोध करते हुए आरोप लगाया कि इसे असंवैधानिक तरीके से पारित किया गया है।
प्रतिनिधिमंडल में नगर निगम नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह के साथ निगम पार्षद शिखा राय और योगेश वर्मा शामिल थे। सरदार राजा इकबाल सिंह ने आप पर एमसीडी में लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया और कहा, ”मेयर शैली ओबेरॉय ने सदन से एक प्रस्ताव पारित किया और बिना चर्चा के वित्तीय शक्ति 10 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1500 करोड़ रुपये कर दी। उन्होंने कहा कि पूरे देश में कोई नहीं है जहां मेयर के पास 1500 करोड़ रुपये आवंटित करने की शक्ति है, वहीं संवैधानिक समितियों, चाहे वह स्थायी समिति, शिक्षा समिति या वार्ड समिति हो, की शक्ति अपने पास रखकर मेयर ने लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया है।
शिखा राय ने कहा कि लोकतंत्र में कभी भी किसी एक व्यक्ति को पूरी शक्ति नहीं दी जाती है, लेकिन सदन के अंदर मेयर ने ऐसा व्यवहार किया जैसे उन्हें विपक्ष के साथ कोई चर्चा करने की जरूरत महसूस नहीं हुई और उन्होंने बिना चर्चा के ही बजट पारित कर दिया। जिसका हम विरोध करते हैं। वहीं, योगेश वर्मा ने AAP पर घोटाले की साजिश का आरोप लगाया और कहा कि AAP द्वारा सदन के अंदर 1500 करोड़ रुपये का वार्षिक घोटाला करने की साजिश रची गई है, जिसे गैरकानूनी तरीके से पारित किया गया है और इन मुद्दों पर हमने उपराज्यपाल से अपील की है और इस पर कार्रवाई की मांग की।