Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन कोरोना महामारी के दौरान हुए अपने करोड़ों के नुकसान की भरपाई के लिए परामर्श सेवाओं में संभावनाएं तलाश रही है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की सेवाएं कोविड काल में 5 महीने के लिए बंद रही थीं। किराये के मद में इस दौरान उन्हें राहत भी दी गई थी। डीएमआरसी को वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल मिलाकर 3513.31 करोड़ का नुकसान हुआ था।
आपको बता दें कि केवल साढ़े पांच महीने तक मेट्रो की यात्री सेवाएं बंद होने की वजह से 2200 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ था। जिसके चलते अब डीएमआरसी कोरोना काल के दौरान हुए भारी नुकसान की भरपाई के लिए परामर्श सेवाओं का विस्तार कर रही है। कोविड के नियमों में छूट मिलने के बाद से यात्रियों की संख्या में धीरे-धीरे लगातार बढ़ोतरी होने लगी है।
गौरतलब है कि दिल्ली मेट्रो में कोविड लॉकडाउन से पहले रोजाना करीब 60 लाख से ज्यादा यात्राएं होती थीं। फिलहाल यह घटकर 80 परसेंट तक रह गई है। हालांकि डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि कोरोना काल के दौरान पूरी दुनिया की मेट्रो को भारी नुकसान से जूझना पड़ा था।
वित्त वर्ष 2020-21 की रिपोर्ट के अनुसार परामर्श सेवाएं, परिचालन तथा संपत्तियों से होने वाली कमाई से दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को 3289.20 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई। डीएमआरसी का खर्च इस दौरान 6802.71 करोड़ रुपये रहा। यानी कि 3513.51 करोड़ रुपये के भारी नुकसान का सामना करना पड़ा।
इस दौरान डीएमआरसी को परामर्श सेवाओं के साथ-साथ दूसरे मदों से 3289.20 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई है। इसके साथ ही बता दें कि डीएमआरसी परामर्श सेवाएं से होने वाली कमाई में बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए डीएमआरसी विदेश की परियोजनाओं में अपनी साझेदारी बढ़ाने के लिए आगे बढ़ रही है।
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