India News (इंडिया न्यूज़): यमुना नदी की बदतर स्थिति जगजाहिर है. इसकी दुर्दाशा किसी से छुपी हुई नहीं है. यमुना नदी प्रदूषण के प्रकोप से जुझ रही है. इसी के साथ गर्मी के दिनों में इसके जलस्तर में रमी आने की वजह से यह सिकुड़ती भी जा रही है. यमुना नदी की सफाई को लेकर हर चुनाव में राजनीति तेज रहती है. हाल ही में उपराज्यपाल ने भी यमुना सफाई के लिए यमुना के किनारे दौरा किया था, तो वहीं दुल्ली के जमा मस्जिद से भी यमुना सफाई के लिए आवाज आई थी.
अब एक बार फिर यमुना नदी को लेकर आंदोलन शुरू होने करने की तैयारियां चल रही हैं. इसी क्रम में जून में यमुना संसद लगने जा रही है. इस संसद में उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि दिल्ली की भी पंचायतें और जनसमूह शामिल होगा. राष्ट्रीय हिंदू शक्ति संगठन दिल्ली प्रदेश राष्ट्रीय संयोजक संजय अरोड़ा मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश और दिल्ली पंचायत संघ के प्रमुख व सह संयोजक यमुना संसद थान सिंह यादव का कहना है कि एक समय था जब यमुना जी पर स्नान पर्व पर मेला लगता था.
सभी लोग भक्तिभाव से यहां जाकर स्नान करते थे. हम खुद भी यमुना जी में के मेले में अपने बुजुर्गो के साथ कई बार आए थे और यमुना दजी में स्नान किया था, पर आज यमुना जी का ऐसा हाल हो गया है कि देख कर रोना आता है. अरोड़ा ने कहा कि 4 जून को यमुना पर बनने जा रही मानव श्रृंखला में उत्तर प्रदेश की भागीदारी रखी जाएगी और यमुना संसद को जब तक जीवंत रखा जाएगा जब तक मां यमुना पर पुनः स्नान पर्व पर मेले का आयोजन होने लगे.
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वहीं थान सिंह यादव ने कहा कि जहां कार्यक्रम हो रहा है वहां से दिल्ली की एक नदी निकलती है जिसको शासन प्रशासन ने एक नाले का नाम दिया और नाला बना दिया. अब समय आ चुका है, जब दिल्ली की खूबसूरत कल कल करती नदियों को पुनः निर्मलता के साथ देखा जाए. इस बीच उन्होंने अपील भी किया कि यमुना की सफाई मं हमलोगों का साथ दें और फिर से यमुना को निर्मल बनाए.