India News(इंडिया न्यूज़), Delhi-NCR Air Pollution: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, आज 13 अक्टूबर सुबह 8 बजे दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 237 है। दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में हर दूसरे दिन प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, आज 13 अक्टूबर सुबह 8 बजे दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 237 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में आता है।
प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पी.के. मिश्रा ने शुक्रवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय में वायु प्रदूषण से संबंधित एक उच्च स्तरीय कार्य बैठक में प्रदूषण को रोकने के लिए उठाए गए मजबूत उपायों की समीक्षा की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा गया कि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली की घटनाओं में कमी सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने ईवी रिजर्व से जुड़े पादुका जलाशय को विकसित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
मिश्रा ने औद्योगिक बागानों, प्लास्टर कास्ट, विनिर्माण संयंत्रों और उद्योगों द्वारा बनाए गए उद्योगों की समीक्षा की। उन्होंने रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के कार्यान्वयन और उसके निगरानी उपायों पर भी चर्चा की और कहा कि वायु गुणवत्ता की गिरावट को रोकने के लिए जीआरएपी कार्य के आधार पर सभी संबंधितों को प्रभावित करना होगा।
डॉ. एम.एम. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के अध्यक्ष कुट्टी ने कहा कि ई-वाहनों में वृद्धि हुई है। फिलहाल 4,12,393 ई-वाहन रजिस्ट्रेशन में पंजीकृत हैं। ई-बसों और बैटरी रेलवे की संख्या भी बढ़कर 4793 हो गई है। बैठक में पर्यावरण, कृषि, बिजली, बिजली, सड़क परिवहन और राजमार्ग, आवास और शहरी कार्यों के पोर्टफोलियो और नाममात्र मंत्रालयों के सचिवों और वायु के अधिकारियों ने भाग लिया। पर्यावरण प्रबंधन आयोग, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान उद्योग और आसपास के क्षेत्रों के वीएनसीटी। दिल्ली के मुख्य सचिव, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और संबंधित राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी भी उपस्थित थे।
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