Delhi News: राजधानी दिल्ली में 2025 तक यमुना की सफाई के लिए दिल्ली सरकार युद्धस्तर पर काम कर रही है। दिल्ली के डिप्टी सीएम ने शुक्रवार को कोंडली के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और ‘गाद उपचार संयंत्र’ का औचक निरीक्षण किया। डिप्टी सीएम ने दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों को 45 एमडीजी क्षमता वाले एसटीपी को आधुनिक तकनीक से अपग्रेड कर सीवेज के पानी को बेहतर तरीके से शोधित करने के लिए निर्देश जारी किए। तय समये के भीतर ही इस काम को पूरा करने का निर्देश दिया गया है। वहीं, देरी की जाने पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
डिप्टी सीएम सिसोदिया ने इस दौरान कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली के विभिन्न इलाकों में विभिन्न वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता बढ़ाने और यमुना की सफाई को लेकर चरणबद्ध तरीके से काम करने में लगी हुई है। सरकार का लक्ष्य है कि 2025 साल तक यमुना नदी को पूरा साफ कर दिया जाए। यमुना तक साफ पानी जाए। ऐसे में में कोंडली में 45 एमडीजी क्षमता वाले सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट अपग्रेड होंगे।
डिप्टी सीएम ने निरीक्षण के दौरान लापरवाही पर अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने एक सप्ताह में प्लान ऑफ़ एक्शन देने का निर्देश दिया है और कंपनी पर जुर्माना लगाने का भी निर्देश दिया है।
यमुना की सफाई पर दिल्ली सरकार के दावे के ऊपर निशाना साधते हुए भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि इतने वादों के बाद भी दिल्ली सरकार यमुना को साफ नहीं कर पाई। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने 2013, 2015 और 2020 चुनाव में ये दावा किया था कि यमुना को साफ करके उसमें डुबकी लगवाऊंगा। उन्होंने कहा कि राजधानी में हर दिन 768 मीलियन गैलन सीवेज उत्पन्न होता है लेकिन उनमें से सिर्फ 34 मीलियन गैलन सीवेज का ही ट्रीटमेंट होता है बाकी बीते आठ साल निकलने के बाद भी सीधे यमुना में गिरते हैं।
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