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Delhi News: ‘सदियों पुरानी’ दरगाह पर चला बुलडोजर, कड़ी सुरक्षा के साथ हटाया गया अतिक्रमण

• LAST UPDATED : April 2, 2023

Delhi News:

Delhi News: दक्षिण दिल्ली में “अतिक्रमण हटाने” की कार्रवाई चल रही है। जिसमें पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को भारी सुरक्षा तैनाती के बीच हजरत निजामुद्दीन दरगाह के पास स्थित एक पुरानी ‘दरगाह’ के स्थल पर बुलडोजर चलवाया है। इस घटना की जानकारी खुद पुलिस ने दी है।

आपको बता दे दरगाह की देखभाल कर रहे यूसुफ बेग ने बताया कि सैयद अब्दुल्ला उर्फ भूरे शाह की दरगाह आज की नहीं “सदियों पुरानी” दरगाह है। यह दरगाह को मुस्लिम और हिंदू दोनों समुदायों के लोगों द्वारा पूजनीय हैं। इसी के साथ उन्होने बताया कि यह 16वीं शताब्दी का एक दोमंजिला-गुंबददार मुगल-युग का स्मारक है और सब्ज बुर्ज के पास एक भूखंड पर स्थित है। अधिकारियों की कार्रवाई के दौरान व्यस्त जाकिर हुसैन मार्ग के सामने वाले स्थल पर पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया।

केयरटेकर बेग ने बताया कि कब्रों को किसी तरह का कोई नुकसान न हो इसलिए हमने खुद ही कब्रों के ऊपर की छतरी और चारों तरफ लगाए गए स्टील के अवरोधों को हटाया है। इसके अलावा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “लोक निर्माण विभाग द्वारा फुटपाथ से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया।”

कब्रों के चारों ओर बने फर्श को खोदा गया

आपको बता दे इसके आगे बताया कि चूंकि ये दरगाह संवेदनशील निजामुद्दीन क्षेत्र में स्थित है, इसलिए अर्धसैनिक बल के जवान भी तैनात थे और उनमें से एक के पास आंसू गैस के गोले भी थे। मौके पर तैनात अर्धसैनिक बल के एक जवान ने कहा, “हमें कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा गया है।” दिल्ली पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से कोई संपर्क नहीं हो सका, तो इसके बाद में, बेग और दरगाह के लोगों द्वारा हटायी गयी सामग्री को भी बुलडोजर उठाकर ले गया और कब्रों के चारों ओर बने फर्श को खोद दिया।

‘कब्रों को नुकसान पहुंच सकता था’

जानकारी के लिए बता दे बेग ने कहा, “ये कब्रें कई सदी पुरानी हैं और हम इन्हें इस तरह हटा नहीं कर सकते। इस कब्रों की उम्र साबित करने के हमारे पास कोई दस्तावेजी साक्ष्य नहीं हैं, इसलिए कार्रवाई की गई है। हमने हाल ही में कुछ स्टील के अवरोधों और अन्य ढांचों को पहले ही हटा दिया था, जो दरगाह के पास थे। और आज भी हमने कब्रों के पास के ऊपर लगी छतरी और लोहे के अवरोधकों को खुद ही हटा दिया। अगर बुलडोजर मशीन द्वारा इसे हटाया गया होता तो कब्रों को नुकसान पहुंच सकता था।”

 

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