India News(इंडिया न्यूज़)Ministry Of Home Affairs: केंद्र सरकार ने छेड़छाड़ के आरोपी को समय से पहले ही रिटायर कर दिया है। आपको बता दें, दिल्ली सरकार के शहरी विकास विभाग में तैनात आईएएस अधिकारी एवी प्रेमनाथ पर उत्तराखंड में ड्यूटी के दौरान नाबालिग से छेड़छाड़ का आरोप है। इस कारण प्रेमनाथ अभी तक निलंबित थे।
दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कुछ साल पहले तक दिल्ली सरकार में कार्यरत 1997 बैच के दानिक्स अधिकारी एवी प्रेमनाथ को समय से पहले सेवानिवृत्त कर दिया है। पिछले साल अक्टूबर में उत्तराखंड में एक नाबालिग से छेड़छाड़ के आरोप में आपराधिक मामला दर्ज होने के कारण निलंबित होने से पहले, प्रेम नाथ दिल्ली सरकार के शहरी विकास विभाग में तैनात थे।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कुछ साल पहले तक दिल्ली सरकार में कार्यरत 1997 बैच के दानिक्स अधिकारी एवी प्रेमनाथ को समय से पहले सेवानिवृत्त कर दिया है। पिछले साल अक्टूबर में उत्तराखंड में एक नाबालिग से छेड़छाड़ के आरोप में आपराधिक मामला दर्ज होने के कारण निलंबित होने से पहले, प्रेम नाथ दिल्ली सरकार के शहरी विकास विभाग में तैनात थे।
प्रेमनाथ दिल्ली, अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप, दमन और दीव और दादरा और नगर हवेली सिविल सेवा (DANICS) कैडर के 1997 बैच के अधिकारी थे। गृह मंत्रालय के आदेश के बाद प्रेमनाथ ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। गृह मंत्रालय की ओर से दिल्ली सरकार को भेजे गए आदेश में कहा गया है कि नियमों के तहत जनहित को ध्यान में रखते हुए प्रेमनाथ को रिटायर किया जाता है।
प्रेमनाथ ने दिल्ली सरकार के विशेष सचिव पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए नौकरी पाने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले में शिकायत भी दर्ज कराई है। प्रेमनाथ के खिलाफ छेड़छाड़ के अलावा आय से अधिक संपत्ति मामले में भी एफआईआर दर्ज हैं।
केंद्र सरकार को ईमानदारी की कमी और सार्वजनिक हित में अप्रभावीता के आधार पर सरकारी अधिकारियों को समय से पहले सेवानिवृत्त करने का पूरा अधिकार है। प्रेम नाथ के खिलाफ कुल पांच एफआईआर दर्ज है।
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