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नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में ममता को शर्मसार कर देने वाली खबर सामने आई है। दक्षिण पश्चिम दिल्ली में दो राहगीरों को कूड़े के ढेर से एक नवजात बच्ची मिली, जिसे तुरंत पुलिस की मदद से एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि नवजात बच्ची का जन्म 24 से 48 घंटे पहले हुआ है और उसका शरीर नीला पड़ा हुआ था। बच्ची का वजन सामान्य से कम केवल दो किलोग्राम था।
इस नवजात बच्ची को रजोकरी गांव में हरिजन बस्ती से खोजा गया। जिसका वसंत कुंज के फोर्टिस अस्पताल में इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि नवजात बच्ची की गर्भनाल जुड़ी हुई थी। नवजात बारिश से भीगने की वजह से बेहद कमजोर और हाइपोथर्मिक अवस्था में थी। फिलहाल बच्ची गंभीर स्थिति में है और फोर्टिस अस्पताल के बाल रोग निदेशक और विभागाध्यक्ष डॉ राहुल नागपाल के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम ने नवजात की देखभाल कर रही है।
डॉक्टरों ने कहा कि नवजात बारिश के कारण भीग गयी थी और बेहद कमजोर और गर्भनाल के साथ हाइपोथर्मिक अवस्था में थी। उसके शरीर का तापमान 33 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य 36.4 डिग्री सेल्सियस से कम था। डॉ नागपाल ने बताया कि हमारी टीम ने उसे पुनर्जीवित किया और उसे साफ करने के बाद गर्म कपड़ों में लपेट दिया। हम यह जानने के लिए कुछ टेस्ट कर रहे हैं कि क्या उसे कोई और परेशानी तो नहीं है या कोई मस्तिष्क क्षति हुई है। बच्चा ट्रीटमेंट से ठीक हो रहा है जो एक अच्छा संकेत है।
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