दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में शनिवार को पीडब्ल्यूडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सरकारी जमीन पर बनें अवैध मजार को जमींदोज कर दिया. सुरक्षा के लिहाज से तथा बवाल और विरोध से निपटने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गये है. दिल्ली पुलिस के साथ-साथ अर्ध सुरक्षा बल के जवानों की भी तैनाती की गई है. फिलहाल मलवा हटाने का काम जारी है.
मजार के केयरटेकर का बयान
मजार के केयरटेकर का कहना कि यह मजार यहां पर लगभग 500 सालों से है, जब यहां पर सड़क भी नहीं थी और न ही फुटफाथ था. इस विषय में पिछले महिने एसडीएम से बात हुई थी तब उन्होंने ये कहा था कि कुछ हिस्सा हटा लो,लेकिन हमने 13 मीटर तक का हिस्सा हटाया, इसके बाद कार्रवाई की गई. पीडब्ल्यूडी के तरफ से तीन शेड हटाया गया और दो कमरे तथा दीवारें तोड़ दी गयी है.
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6 मार्च को वसंत कुंज इलाके में चला था बुलडोजर
राजधानी में इससे पहले 6 मार्च को अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला था. यह कार्रवाई वसंत कुंज इलाके में की गई थी. हालांकि, सिर्फ एक ही बिल्डिंग का डिमोलिशन किया गया था. इसको लेकर पीड़ित पक्ष ने दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे. MCD के तरफ से जिस घर को गिराया गया था उसी के बगल में मंत्री कैलाश गहलोत का घर है. पीड़ित का कहना है कि मंत्री और उसके जमीन का खता खेसरा संख्या एक ही है. ऐसे में मंत्री का जमीन अवैध कैसे नही हुआ और मेरा अवैध कैसे हो गया.