India News(इंडिया न्यूज़), Delhi: फिलहाल एम्स के कुछ विभागों में प्रायोगिक तौर पर स्मार्ट कार्ड से भुगतान पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया हैं। दिल्ली एम्स स्मार्ट कार्ड सिस्टम 31 मार्च 2024 तक एम्स के सभी विभागों में शुरू हो जाएगा। एम्स ने कहा कि 31 मार्च के बाद एम्स स्मार्ट कार्ड, टॉप-अप काउंटर को छोड़कर किसी भी काउंटर पर कोई नकद भुगतान स्वीकार नहीं किया जाएगा।
दरअसल, एम्स ने भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से 1 अप्रैल 2023 को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर एम्स स्मार्ट कार्ड के जरिए भुगतान प्रणाली पर काम शुरू किया था। तब से पायलट प्रोजेक्ट के तहत कई तरह के टेस्ट, नाश्ता, खाना और अन्य भुगतान किए जाते हैं। इसके माध्यम से बनाया जा रहा है। स्मार्ट कार्ड से भुगतान करने का फायदा यह है कि इसका पूरा रिकॉर्ड रहता है। इससे ऑडिट करना भी आसान होगा। आपको बता दें कि हाल ही में एक आउटसोर्स एजेंसी ने मरीजों के फाइनल डिस्चार्ज बिल के साथ फर्जी तरीके से अधिक शुल्क वसूल लिया था। इससे मरीज को परेशानी हुई।
एम्स में स्मार्ट कार्ड से भुगतान की सुविधा 24 घंटे किसी भी समय की जा सकती है। 1 अप्रैल, 2024 से यूपीआईए डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड आदि के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक भुगतान के अलावा, दिल्ली एम्स स्मार्ट कार्ड सभी परीक्षणों और अन्य सुविधा शुल्क के भुगतान के लिए एकमात्र विकल्प होगा। अब अप्रैल से सभी भुगतान मरीज के स्थान के निकटतम स्थापित भुगतान केंद्रों पर स्वीकार किए जाएंगे। मरीजों और तीमारदारों को भुगतान के लिए केंद्रीय पंजीकरण काउंटरों पर जाने के लिए नहीं कहा जाएगा।
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