इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
Delhi Police ने शुक्रवार आधी रात को ड्यूटी मजिस्ट्रेट स्वयं सिद्ध त्रिपाठी के आवास पर तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को पेश किया। कोर्ट के मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट नितिका कपूर द्वारा दिन में जारी सर्च वारंट के अनुसरण में उसे ड्यूटी मजिस्ट्रेट त्रिपाठी के समक्ष पेश किया गया। बग्गा की ओर से पेश हुए वकील वाई पी सिंह और संकेत गुप्ता ने मीडिया को बताया कि ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने दिल्ली पुलिस को तेजिंदर और उसके परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने आशंका जताई थी कि उनके साथ दोबारा ऐसी घटनाएं हो सकती हैं। उनका बयान सोमवार को संबंधित मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किया जाएगा।
अधिवक्ताओं ने यह भी कहा कि बग्गा की चिकित्सकीय जांच के बाद पता चला कि उसकी पीठ और कंधे में चोट के निशान हैं। ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने घर जाने की इच्छा के बाद उसे रिहा कर दिया। चूंकि वह बालिग है, इसलिए अदालत ने उसे दिल्ली पुलिस की हिरासत से रिहा कर दिया।
दिल्ली पुलिस ने दोपहर करीब 12.45 बजे कुरुक्षेत्र के थानेश्वर में बग्गा की लोकेशन ट्रेस की थी। बाद में, दिल्ली पुलिस ने थाना प्रभारी (एसएचओ) के माध्यम से तलाशी वारंट जारी करने के लिए एक आवेदन दायर किया था। द्वारका कोर्ट ने अर्जी पर गौर करने के बाद सर्च वारंट जारी किया था।
सर्च वारंट जारी होने के बाद बग्गा को दिल्ली लाया गया। दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में उनका मेडिकल परीक्षण किया गया और फिर उन्हें ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के लिए गुरुग्राम ले जाया गया। बग्गा को सुबह पंजाब पुलिस ने मोहाली में दर्ज एक मामले में गिरफ्तार किया था।
उसके बाद बग्गा के पिता ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ हथियारबंद लोगों ने उनके बेटे का अपहरण कर लिया। इस शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया थाम। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद हरियाणा पुलिस को इसकी सूचना दी गई। इस सूचना पर हरियाणा पुलिस ने बग्गा को पंजाब पुलिस की एक टीम के साथ कुरुक्षेत्र में रोक लिया।
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