(इंडिया न्यूज) Saket court firing incident: दिल्ली के साकेत कोर्ट में शुक्रवार सुबह 10.30 बजे हुई फायरिंग की घटना ने पुलिस व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़ा किया है। कोर्ट परिसर में फायरिंग कोई सामान्य घटना नहीं है। परिसर की सुरक्षा के लिए दर्जनों पुलिस कर्मी होते हैं। किसी भी अवैध वस्तु को ले जाने में साफ मनाही होती है। लेकिन आज की घटना में जिस तरह से आरोपी पुलिस सरक्षा के बीच हथियार ले जाने में कामयाब रहा और खुलेआम वारदात को अंजाम दिया। यह पुलिस व्यवस्था पर कई सवाल उठाती है।
पहला, स्कैनर और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आखिर कोर्ट परिसर में एक व्यक्ति असलहा लेकर कैसे पहुंचा?
दूसरा, आरोपी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था होने के बावजूद कोर्ट परिसर में इतने देर तक गोलियां चलती रहा और कोई सुरक्षा बल सामने नहीं आया क्यों?
तीसरा, क्या पुलिस ने पूर्व में अदालतों में हुए हमलों से भी सबक नहीं लिया है? और दिल्ली की अदालतों की सुरक्षा हल्के में ली जा रही है।
चौथा, वारदात को अंजाम दे आरोपी भागने में सफल कैसे रहा? ऐसे और भी सवाल हैं जिसे प्रशासन को जवाब देना है। क्योंकि ऐसी घटनाएं कोर्ट परिसर में आने वाले हर व्यक्ति के लिए चिंता का विषय बन सकती है।
बहरहाल, पुलिस ने आरोपी कामेश्वर कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। कामेश्वर कुमार सिंह ने कोर्ट परिसर में 4 राउंड फायरिंग की। जिसमें एक महिला, जो आरोपी का परिचित था सहित एक मुंशी घायल हुआ है। हालांकि दोनों अब खतरे से बाहर हैं। अस्पताल ने पीड़ित और घायल शख्य को छुट्टी दे दिया है।
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डीसीपी साउथ दिल्ली, चंदन चौधरी ने बताया कि आरोपित वकील और घायल महिला के बीच 25 लाख के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा है। यह मामला साकेत कोर्ट में विचाराधीन है। आज आरोपित और महिला के बीच समझौते को लेकर बातचीत होनी थी। इसी बीच आरोपित ने महिला को गोली मार दी। पुलिस ने बताया कि आरोपी एक वकील है जिसे गलत व्यवहार व अन्य कई कारणों से बार काउंसिल से 14 दिसंबर 2022 को निलंबित कर दिया गया था।