India News(इंडिया न्यूज़)Delhi Ramleela: दशहरे के मौके पर दिल्ली भर मे आयोजित होने वाली रामलीलाओं का मंचन करने वाली समितियों ने भूमि पूजन के साथ ही इसकी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। रविवार को दिल्ली की करीब 500 समितियों ने भूमि पूजन कर रामलीला के आयोजन की तैयारियां शुरू कर दीं। ज्यादातर रामलीलाओं का मंचन 15 अक्टूबर से शुरू हो जाएगा। दिल्ली में कई दशकों से रामलीलाओं के आयोजन का इतिहास है, इनमें से कुछ तो इतनी मशहूर हो गई हैं कि दिल्ली ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों से भी लोग देखने आते हैं। चंद्रयान-3 और जी-20 की सफलता का परचम पूरी दुनिया में लहरा रहा है। इस वर्ष मंचित होने वाली रामलीलाओं में भी इसका झंडा फहराया जाएगा।लाल किला परिसर में मंचित होने वाली नव श्री रामलीला में चंद्रयान-3 को लेकर एक सेल्फी प्वाइंट बनाया जाएगा।
रामलीला के मंचन की बात करें तो समय के साथ आधुनिक तकनीक की मदद से इसे और भी अधिक भव्य तरीके से आयोजित किया जाने लगा है। जिसके लिए न सिर्फ कलाकार तैयारी करते हैं बल्कि तकनीकी टीम भी लाइट और साउंड के साथ दृश्यों को प्रभावी बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ती है.यही कारण है कि दिल्ली की रामलीला प्रसिद्ध है और इस स्तर और प्रसिद्धि को बनाए रखने के लिए, रामलीला आयोजन समिति ने समय रहते भूमि पूजन से भव्य आयोजन की तैयारी शुरू कर दी है।
दिल्ली की 500 रामलीला समितियों ने इस आयोजन के लिए भूमि पूजन किया, जिसमें रामलीला मैदान, रामलीला समिति, श्री धार्गिक लीला समिति, माधवदास पार्क, इंद्रप्रस्थ रामलीला समिति, द्वारका, कश्मीरी गेट और लाल किला मैदान में आयोजित लव कुश रामलीला शामिल हैं। भूमि पूजन कर इसकी तैयारियां शुरू कर दी गईं। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने कहा कि इस बार लीला अनुष्ठान में चंद्रयान और जी20 की झलकियां खास होंगी. भूमि पूजन में मुख्य अतिथि के रूप में मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन आदि शामिल हुए। लीला का मंचन 15 अक्टूबर से शुरू होगा।
रामलीला परिसर में एक खास सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जाएगा। जहां युवा रामलीला के माध्यम से भारतीय संस्कृति और मूल्यों से जुड़ सकें वहीं चंद्रयान के माध्यम से देश की वैज्ञानिक प्रगति को भी देख सकें। इसके लिए अंतरिक्ष के क्षेत्र में देश की यात्रा का वर्णन करने वाला एक फोटो कॉर्नर भी बनाया जाएगा, जिसकी शुरुआत पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से हुई थी।