India News(इंडिया न्यूज़)Delhi Rape Case: पिता मर चुके थे, अंकल ने घर पर सहारा दिया, लेकिन ये सहारा अपनी हवस पूरी करने का जरिया था। रेप, अबॉर्शन पिल्स और यातनाएं, दिल्ली के असिस्टेंट डायरेक्टर और उसकी पत्नी की दरिंदगी की कहानी । राजधानी दिल्ली की पॉश कॉलोनी का एक घर जिसकी दीवारों के अंदर एक लड़की सिसकती रही, जहां वो तड़पती रही, रोज उसका यौन शोषण होता, प्रेग्नेंट न हो जाए इसलिए उसे अबॉर्शन पिल्स दी जाती। वो रोती, दया की भीख मांगती, लेकिन उस घर के अंदर उसके लिए दया किसी के पास नहीं थी। न उसके अंकल के पास और न ही उस महिला के पास जिसे वो आंटी बोलती थी। अंकल भी नहीं उस दरिंदे को वो मामा बोलती थी। इस लड़की ने जिन्हें अपने माता-पिता के बराबर माना वही इस बच्ची के साथ वो करते रहे जिसकी कल्पना से भी रोंगटे खड़े हो जाएं।
बच्ची अपने अंकल-आंटी के साथ दिल्ली आ गई उनके घर में, लेकिन उसे नहीं पता था कि वो जहां जा रही है वहां उसके साथ क्या होने वाला है। ये बच्ची को बेटी बनाकर घर तो ले आया लेकिन जब हकीकत सामने आई हर कोई चौंक गया। करीब एक साल तक ये बच्ची यहीं दिल्ली में प्रेमोदय के घर पर रही। साल 2021 में बच्ची की मां दिल्ली आई और फिर ये लड़की अपनी मां के साथ अपने घर वापस लौट गई।
दिल्ली सरकार में असिस्टेंट डायरेक्टर पोस्ट में है प्रेमोदय खाखा अपनी पत्नी सीमा रानी और एक बेटे का साथ रहता है। करीब ढाई साल पहले यानी कोविड के खौफनाक दौर के आसपास इस असिस्टेंट डायरेक्टर के दोस्त की मौत हो गई थी। अपने दोस्त की बेटी को ये शख्स अपने घर ले आया, ये बोलकर की मेरी बेटी ही तो है ये। मां ने भी छोड़ दिया कि चलो कोई नहीं अंकल आंटी के घर रहेगी तो शायद पिता की मौत के दर्द से जल्दी उबर पाएगी।
मामा बनकर बच्ची की जिंदगी को बर्बाद कर दिया
घर वापस लौटने के बाद ये लड़की पूरी तरह से बदल चुकी थी। वो चुप-चुप रहने लगी थी, बात बात में घबराने लगी थी। कुछ समय बाद बच्ची को पैनिक अटैक आने लगे, लड़की की हालत काफी बिगड़ने लगी। मां लड़की को दिल्ली के स्टीफंस हॉस्पिटल ले गई। वहां बच्ची का इलाज शुरू हुआ और साथ ही काउंसलिंग भी। इसी काउंसलिंग के दौरान सामने आई दिल्ली के असिस्टेंट डायरेक्टर और उसकी पत्नी की हैवानियत की कहानी। इस खौफनाक केस ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। रिश्तों पर कोई कैसे भरोसा करे। दोनों पति पत्नी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज हो चुका है। जांच चल रही है, लेकिन जो सदमा इस लड़की को लगा है वो शायद पूरी जिंदगी भी न भर पाए
लड़की ने वो दर्द सालों से अपने दिल और बसा लिया था उसे काउंसलिंग के दौरान सबके सामने बताया। उसने बताया कि एक साल तक कैसे असिस्टेंट डायरेक्टर उसके साथ यौन शोषण करता रहा। एक साल तक बच्ची का बलात्कार होता रहा। उसे मानसिक यातनाएं दी जाती। वो कहती अंकल मुझपर दया करो। जब इस दरिंदे को दया नहीं आई तो लड़की ने सारी घटना इस शख्स की पत्नी को बताई। उसे लगा कि महिला है तो वो समझ पाएगी उसका दर्द, लेकिन इस असिस्टेंट डायरेक्टर की पत्नी और आगे निकल गई। उसने लड़की की मदद करने की जगह उसे अबॉर्शन पिल्स देना शुरू कर दिया, ताकि पति के काले कारनामों को पर्दे में रख सके। एक साल तक ये ऐसे ही इस नाबालिग बच्ची के साथ अत्याचार करते रहे।