India News(इंडिया न्यूज़), Delhi Robbery Case: साइबर ठगी का शिकार दिल्ली का एक डॉक्टर है। इस अनोखे घोटाले में डॉक्टर खुद फंस गए। वैध, डॉक्टर ने खुद घोटालेबाजों के नंबर पर कॉल किया। इसके बाद ओटीपी समेत बैंक डिटेल आदि साझा करें। आखिरकार कारोबारी डॉक्टर के बैंक खाते से 4.90 लाख रुपये उड़ गए। आइए इस पूरे घोटाले के बारे में विस्तार से जानते हैं और इसे रोकने के उपाय भी जानते हैं।
दरअसल, डॉक्टर ने बताया कि वह गुरुग्राम में कैब बुक करने का काम करता है। पहले इसका चार्ज 205 रुपये था, लेकिन यात्रा खत्म होने के बाद उसका चार्ज 318 रुपये हो गया। यह जानकारी पुलिस ने दी।
113 रुपये अतिरिक्त चार्ज लेने के बाद डॉक्टर ने ड्राइवर से पूछा कि इतना ज्यादा चार्ज क्यों लिया गया। इसके बाद कैब कंपनी के ड्राइवर ने डॉक्टर से कहा कि वह कैब सर्विस प्रोवाइडर को फोन करके परमिट मांग सकता है।
इसके बाद डॉ. प्रदीप चौधरी ने तुरंत इंटरनेट पर कैब कंपनी का कस्टमर केयर नंबर सर्च किया। वहां उसे एक नंबर मिला, जिस पर उसने खुद फोन किया। इसके बाद डॉक्टर ने पूरा वाक्या सुनाया और कहा कि उन्हें रिफंड देना होगा। इसके बाद डॉक्टर ने एक अन्य व्यक्ति को बुलाया, जिसने अपना नाम राकेश मिश्रा बताया।
इसके बाद झोलाछाप ने वैसा ही किया जैसा डॉक्टर ने कहा। इतनी ही संख्या में डॉक्टरों ने घोटालेबाजों के साथ ओटीपी भी साझा किया। इसके बाद डॉक्टर के बैंक खाते से कुल 4 ट्रांजेक्शन और रुपये गायब हो गए। खाते से 4.9 लाख रुपये कट गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इंटरनेट पर कस्टमर केयर नंबर देखने के बाद कुछ लोगों को धोखेबाजों की संख्या नजर आती है, जो बैंक खाते में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। हाल ही में ऐसे कई धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं। हमारी सलाह है कि फोन कॉल पर किसी के साथ ओटीपी, बैंक विवरण और यूपीआई आईडी आदि साझा न करें। न ही ऑफर या कैशबैक के लालच में आकर फोन पर आए किसी अन्य लिंक पर क्लिक करें।
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