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Delhi Transportations: 30 सितंबर के बाद से दिल्ली में स्क्रैपिंग की नहीं मिलेगी अनुमति, नहीं लगाया ये सिस्टम तो सरकार लेगी कड़ा एक्शन

• LAST UPDATED : September 17, 2023

India News(इंडिया न्यूज़)Delhi Transportations: दिल्ली में ऑटो रिक्शा मालिकों के सामने ऑटो के रिप्लेसमेंट व स्क्रैपिंग का खतरा छाया हुआ है। बता दे कि 30 सितंबर 2023  के बाद स्क्रैपिंग प्रमाणपत्र को अनुमति नहीं दिया जाएगा। परिवहन विभाग ने इसको लेकर एक आदेश जारी करते हुए जानकारी दी। इसमें बताया गया है कि एक निजी ऑटो रिक्शा कंपनी जोकि नारायणा से संचालित है वहां इस माह के बाद से 30 सितंबर तक के परमिट धारकों के ऑटो रिक्शा स्क्रैप नहीं हो सकते हैं। दिल्ली सरकार ने ऑटो रिक्शा वालों के लिए नया नियम बनाया है, जिसे लागू कर दिया गया है। आदेशों का पालन नहीं करने पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा।

विभाग हुए नाराज

ऐसे में ऑटो मालिकों को स्क्रैपिंग के लिए हरियाणा, उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों का रुख करना पड़ सकता है। बता दें दिल्ली में 95 हजार से अधिक ऑटो पंजीकृत हैं। मामला ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) से जुड़ा है। ऑटो रिक्शा वालों को यह सिस्टम अपने वाहनों में लगाना होगा। ऐसा नहीं करने पर ड्राइवरों को सजा भुगतनी पड़गी। परिवहन विभाग ने लिखित आदेश जारी करके ड्राइवरों को अलर्ट कर दिया है। इस पर मालिकों में विभाग के आदेश को लेकर नाराज है। उनका कहना है कि यह फैसला अचानक लिया गया है। स्क्रैपिंग यूनिट ने विभाग से अनुरोध किया है कि परमिट धारकों को अपने वाहनों को स्क्रैप करवाने की अनुमति दिया जाए। स्क्रैप सेंटर को अगले 60 दिनों के बाद से बंद कर दिया जाएगा।

DIMTS लगाएगी और जांचेगी ऑटो में सिस्टम

जानकारी के मुताबिक, विभाग को शिकायतें मिल रही थीं कि ऑटो वाले मीटर बॉक्स के अनुसार किराया नहीं लेते है। यह तय की गई दूरी के मुताबिक किराया दिखाता है, लेकिन ऑटो वाले अपनी मर्जी का किराया लेते हैं। इसके चलते परिवहन विभाग की ओर से एक फैसला लिया गया है। अधिकारियों ने शहर में दौड़ने वाले 90 हजार ऑटो में GPS लगाने की जिम्मेदारी दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मोडल ट्रांजिट सिस्टम (DIMTS) लिमिटेड को सौंपा है।

फेडरेशन ने नए आदेशों को उत्पीड़न का आरोप

नियमों के अनुसार, 5 साल पुराने ऑटो के लिए हर 2 साल में फिटनेस सर्टिफिकेट लेना अनिवार्य है। रिकॉर्ड के मुताबिक, इस समय दिल्ली में करीब 10 हजार ऑटो वाले इंटरनेट वाले सिम कार्ड और उनके जरिए GPS सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं। यह सिस्टम यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। वहीं NCR ऑटो टैक्सी ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के दिल्ली अध्यक्ष NS मंसूरी ने कहा इसे अनावश्यक उत्पीड़न बताया, क्योंकि उनके मुताबिक GPS ऑटो वालों के लिए फायदेमंद नहीं।

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