India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Delhi Water: राजधानी दिल्ली में पानी की क्वालिटी की चिंता बढ़ रही है, क्योंकि कई स्थानों पर पानी की किल्लत और दूषित जल आपूर्ति की समस्या आ रही है। मुख्य सचिव नरेश कुमार ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए दिल्ली जल बोर्ड को पानी की क्वालिटी की जांच में वृद्धि करने का निर्देश दिया है। वर्तमान में, दिल्ली जल बोर्ड प्रतिदिन लगभग पांच सौ नमूने लेकर जांच के लिए भेजता है। मुख्य सचिव ने हाल ही में बोर्ड के अधिकारियों के साथ एक बैठक में यह निर्देश दिया कि जांच के नमूनों की संख्या को प्रतिदिन एक हजार कर दिया जाए।
हम आपको बता दें कि वर्तमान में, दिल्ली जल बोर्ड प्रतिदिन लगभग पांच सौ नमूनों की जांच करता है। मगर अब मुख्य सचिव ने हाल ही में बोर्ड के अधिकारियों के साथ एक बैठक में यह फैसला किया है कि जांच के नमूनों की संख्या को प्रतिदिन एक हजार कर दिया जाए। इसे जल्दी पता चलेगा की दिल्ली के कोनसे जगहों में गन्दा पानी आ रहा है और साथ साथ इसपर कार्रवाई भी जल्द ही की जायेगी।
दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि कर्मचारियों की कमी के कारण जांच की संख्या बढ़ाने में कठिनाई हो रही है। पानी की क्वालिटी को सुनिश्चित करने के लिए घरों में पहुंच रहे पानी की जांच के लिए आठ लैब हैं, जहां प्रतिदिन पांच सौ नमूने की जांच होती है। जांच की संख्या को बढ़ाने के लिए, लैब में प्रशिक्षित कर्मचारियों की संख्या बढ़ानी होंगी। साथ ही साथ नमूना एकत्र करने वाले कर्मचारियों की संख्या बढ़ने की भी ज़रुरत है।
बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि मुख्य सचिव के निर्देश के अनुसार, अपातकालीन स्थिति में जल आपूर्ति की सुनिश्चितता, टैंकरों की उपलब्धता और अन्य जरूरी कदमों को लेकर उचित कदम उठाए जाएंगे। हालांकि, इस वर्ष अभी तक दिल्ली जल बोर्ड ने कोई समर एक्शन प्लान घोषित नहीं किया है, जो इस समस्या का हल निकालने के लिए आवश्यक हो सकता है।
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