India News (इंडिया न्यूज़) : लाल किला समेत दिल्ली की प्रमुख रामलीला समिति ने निर्णय लिया है कि विजयदशमी पर तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन का पुतला फूंका जाएगा। बता दें, कुछ दिन पहले उदय निधि स्टालिनने सनातन धर्म पर विवादित बयान दिया था। स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया से की थी। इसपर कई रामलीला समितियों ने घोषणा की है कि वे इस वर्ष सनातन धर्म के विरूद्ध बयान देने वाले उदयनिधि स्टालिन का पुतला भी फूंकेंगे, क्योंकि उनका रुख रावण की तरह ही है, जिससे देश-विदेश के करोड़ों हिंदुओं में गहरा असंतोष है।
बता दें, हर साल दशहरे पर रामलीला समितियों द्वारा असत्य पर सत्य की विजय के प्रतीक के रूप में रावण, मेघनाथ व कुंभकरण के तीन पुतला को आग के हवाले किया जाता है। मालूम हो, कई रामलीला आयोजकों ने ”उदयनिधि स्टालिन” को आज का रावण बताते हुए रावण की जगह उनका पुतला फूंकने तो कई ने चौथा पुतला स्टालिन का लगाने की बात कहीं है।
बता दें, उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना और डेंगू जैसी जानलेवा बीमारियों से की थी। इसके आगे उन्होंने यह भी कहा था कि इस धर्म को खत्म करने की जरुरत है। सनातन धर्म के ऊपर विवादित बयान व अपशब्द बोले जाने के बाद से ही संत समाज के साथ ही देश -विदेश के हिंदुओं में नाराजगी है।
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