INDIA NEWS: दिल्ली की आधी राजनीति यमुना नदी के ऊपर टिकी हुई है लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि यमुना नदी राजनीति से दूर हो जाएगी क्योंकि दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना इसके लिए काफी तत्पर दिखाई दे रहे है। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने 16 फरवरी से एक अभियान शुरू किया है जिसके तहत यमुना की सफाई की जा रही है. सक्सेना के तरफ से अपील किया जा रहा है कि उनके साथ अधिक से अधिक लोग जुड़े और इस अभियान को सफल बनाएं.
दिल्ली के उपराज्यपाल के अपील का असर भारी संख्या में लोगों पर होता दिख रहा है. हिन्दू मुस्लिम दोनों इस अभियान में उपराज्यपाल के सामने आ रहे है. यमुना को हिन्दू पवित्र नदी का दर्जा देता है तो मुस्लिम समाज भी स्वच्छता के नाते इस अभियान में अपनी भूमिका निभा रहा है. इसका एक शानदार उदाहरण देखने को तब मिला जब दिल्ली के जमा मस्जिद से यमुना की सफाई के लए ऐलान किया गया.
मस्जिदों में लोग जुमे की नमाज के लिए एकत्र हुए थे. जामा मस्जिद ने अपनी घोषणा में कहा कि लंबे समय के बाद सरकार ने यमुना नदी को साफ करने के लिए एक तेज कदम उठाया है और नदी को साफ करने में सरकार की भूमिका के अलावा आम लोगों के समर्थन की भी जरूरत है.
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बता दें दिल्ली में यमुना की सफाई सरकार और विपक्ष के लिए एक बड़ा मुद्दा है. गौरतलब है कि दिल्ली सरकार की ओर से 2025 तक यमुना नदी को साफ करने का लक्ष्य रखा है. वहीं दूसरी ओर 30 जून तक उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी दिल्ली के भीतर 22 किलोमीटर के यमुना के स्ट्रैच को साफ करने की मुहिम चला रखी है.