इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
नजफगढ़ की दामिनी के गुनहगारों को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर शुक्रवार को बड़ी संख्या में दिल्ली और उत्तराखंड के लोगों ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया और कैंडल मार्च निकाला। 9 फरवरी 2012 को राजधानी के नजफगढ़ इलाके में रहने वाले उत्तराखंड के एक परिवार की बेटी की रेप के बाद नृशंस हत्या कर दी गई थी। दरिंदगी की सारी हदें पार करने वाले नरपिशाचों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया और दिल्ली की द्वारका कोर्ट ने फांसी की सजा भी सुना दी।
फांसी की सजा को हाईकोर्ट ने भी बरकरार रखा। लेकिन उसके बाद दोषियों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगा दी। तब से आज तक पीड़ित परिवार को इंसाफ का इंतजार है। कैंडल मार्च और प्रदर्शन में शामिल उत्तराखण्ड एकता मंच के संयोजक डॉ विनोद बछेती ने बताया कि पीड़ित परिवार ने इस मामले में जल्द इंसाफ की मांग को लेकर राष्ट्रपति को चिट्ठी भी लिखी है।
भयात संस्था से रोशनी चमोली, भू कानून संघर्ष समिति से प्रेमा सिंह धोनी, वरिष्ठ अधिवक्ता वीर सिंह नेगी, देव सिंह रावत, अजय सिंह, महावीर सिंह राणा, गणेश गन्नी, बृजमोहन उप्रेती, संजय नौटियाल और पीड़ित परिवार के सदस्यों ने भी कैंडल मार्च और प्रदर्शन में हिस्सा लिया। संयोजन दयाल सिंह ने किया। दिल्ली-एनसीआर से आए कई कलाकार, साहित्यकार, पत्रकार और रंगकर्मी भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए। सभी ने एक स्वर से मांग की है कि नजफगढ़ की दामिनी।
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