इंडिया न्यूज, Gurugram news । जैन तीर्थ स्थलों को पवित्र स्थल बनाने और गौ माता को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की मांग को लेकर जैन समुदाय के हजारों लोगों ने जंतर-मंतर से आवाज बुलंद की। अखिल भारतीय शाकाहार परिषद एवं सभी धर्मावलंबियों द्वारा समवेद शिखर समेत सभी तीर्थ स्थलों के लिए यह मांग उठाई गई।
गुरुग्राम जैन समाज के प्रवक्ता ने बताया कि इस धरना-प्रदर्शन में सभी प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की। वक्ताओं ने गौमाता एवं धार्मिक स्थलों के संरक्षण हेतु सरकार से मांग करते हुए जल्द से जल्द इस पर निर्णय लेने को कहा। समवेद शिखर जी की रक्षा के लिए एक साथ हजारों हाथ उठे। पूज्य मुनि बृजेश सागर जी, श्वेतांबर समाज के पूज्य राजेंद्र विजय जी म.सा एवं सनातन धर्म के महामंडलेश्वर श्रीश्री 1008 स्वामी कालिदास बाबा जी ने भी इस मांग का समर्थन करते हुए इन दोनों विषयों पर गंभीरता से काम करने की बात कही।
गांधीनगर से आए श्वेतांबर समाज के संत राजेंद्र विजय जी ने कहा कि यह राम महावीर की भूमि है। इस भूमि में तीर्थ स्थलों पर जो मांस मदिरा का विक्रय हो रहा है, वह दुर्भाग्य जनक है। कार्यक्रम के अंत में मुनि बृजेश सागर जी ने जैन समाज के सभी पंथ के लोगों से आग्रह किया कि श्री सम्मेद शिखरजी को पवित्र स्थल बनाने के लिए सभी लोग प्रण-प्राण से जुट जाएं और जब तक कि अध्यादेश वापस नहीं लिया जाता शांत न बैठे।
कार्यक्रम को धर्म रक्षिणी सभा के अध्यक्ष सुनील जैन, सोनागिर तीर्थ क्षेत्र के संस्थापक पदम जैन, हिमाचल प्रदेश के गौ सेवा के प्रमुख राजेश बोंगर, अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन से गायत्री गर्ग, सुमन मित्तल, संतोष, द्वारिका से आईं जैन समाज की बहनें, कोलकाता से आए सत्यजीत गांगुली, सांध्य दैनिक के संपादक शरद जैन, असम से आईं वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. निशा नंदिनी भारतीय, गाजियाबाद से आए गौभक्त राकेश जैन ने समवेद शिखर जी के संरक्षण एवं पवित्र स्थल बनाने के लिए अपने सारगर्भित उद्गार व्यक्त किए।
कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव में श्रीश्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी कालिदास बाबा जी ने गौमाता के संरक्षण के लिए सभी समाज के प्रतिनिधियों से आह्वान किया। कार्यक्रम के संयोजक पवन जैन ने सभी प्रदेशों से आए प्रतिनिधियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का सफल संचालन असम से आईं डॉ. निशा नंदिनी भारतीय ने किया।
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