India News (इंडिया न्यूज), Dengue Cases in Delhi: देश की राजधानी समेत देशभर के इलाके में इन दिनों डेंगू ने कोहराम मचा रखा लिया है। खास तौर पर आगर दिल्ली की बात करें तो दिल्ली की स्थिति ऐसी है कि यहां के प्राइवेट अस्पतालों में हर दूसरा और तीसरा मरीजडेंगू से जूझ रहा है। जिसके बार में डॉक्टरों का कहना है कि,बीते 15 दिनों में डेंगू के मामले अचानक से बढ़े हैं। इनमें से अधिकतर अधेड़ उम्र के मरीज हैं।
दिल्ली में सीजन की पहली सबसे खराब आबोहवा अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में हुई और AQI-306 दर्ज किया गया। दिल्ली में मामलों की संख्या 5 हजार तक पहुंचने वाली है, जबकि बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, दिल्ली से सटे गाजियाबाद में डेंगू का खौफ बढ़ता जा रहा है। बच्चों में तेजी से घट रही प्लेटलेट्स की समस्या बहुत बड़ी चिंता का कारण है। गाजियाबाद में डेंगू के एक्टिव मामलों की संख्या 113 है। वहीं गाजियाबाद के जिला अस्पताल में डेंगू मरीजों में बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा है। नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि यहां हर रोज डेंगू के आधा दर्जन मरीज रोज आ रहे हैं। जिला प्रशासन के मुताबिक, शनिवार को 69 मरीजों का चेकअप किया गया जिनमें से चार बच्चों समेत डेंगू 12 नए मामले सामने आए हैं। वहीं जानकारी के लिए कि, गाजियाबाद में इस सीजन में डेंगू के कुल 924 मरीज दर्ज किए गए।
बढ़ते डंगू को खतरे को मद्दनेजर रखते हुए डॉक्टरों द्वारा जारी निर्देश के अनुसार बता दें कि, डेंगू संक्रमण DEN-1, DEN-2, DEN-3, और DEN-4 वायरस से फैलता है। इन चारों वायरस को सीरोटाइप कहा जाता है क्योंकि ये चारों अलग-अलग तरीके से एंटीबॉडी को को प्रभावित करते हैं। आप अलग-अलग स्ट्रेन से चार बार भी डेंगू से संक्रमित हो सकते हैं। डेंगू का मौसम मानसून के बाद शुरू होता है और सर्दियों की शुरुआत तक रहता है। इसके साथ ही डॉक्टर्स नेअनुसार डेंगू के मामले दो स्थितियों में ज्यादा गंभीरहो जाते हैं। पहला ब्लड प्रेशर का अचानक कम हो जाना और दूसरा प्लेटलेट्स तेजी से गिरना। इस स्थिति में ब्लीडिंग का खतरा भी बढ़ जाता है. कम गंभीर मामलों मे… में मरीज को 5-6 दिन में अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है।
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