Monday, July 8, 2024
HomeDelhiDevotion: कौन थे हनुमान के पुत्र ? जानिए हनुमानजी से जुडी अनसुनी बातें

India News (इंडिया न्यूज), Devotion: हनुमान जी को बहुत शक्तिशाली माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान हनुमान एक ऐसे देवता हैं, जिनकी आराधना से बड़ी से बड़ी बाधा तुरंत टल जाती है। बजरंगबली कलयुग के जीवित देव माने गए हैं। इनकी आराधना शीघ्र फलदायी बताई गई है। भगवान हनुमान की पूजा करने से शनि के बुरे प्रभाव से तो मुक्ति मिलती है। मान्यता है कि हनुमान जी अपने भक्तों की सारी पीड़ाएं और संकटों को दूर करते हैं। भगवान हनुमान का मात्र नाम लेने से ही बड़ी से बड़ी परेशानियां दूर हो जाती हैं।

बालार्कायुततेजसं त्रिभुवनप्रक्षोभकं सुन्दरं सुग्रीवाद्यखिलप्लवङ्गनिकरैराराधितं   साञ्जलिम्।

नादेनैव समस्तराक्षसगणान् सन्त्रासयन्तं प्रभुं श्रीमद्रामपदाम्बुजस्मृतिरतं ध्यायामि वातात्मजम्॥

कहा जाता है कि हनुमान जी के नाम मात्र का उच्चारण करने से ही व्यक्ति सांसारिक सुखों को प्राप्त करता है। हनुमान को बजरंगबली, अंजनी पुत्र, पवन पुत्र, रामभक्त जैसे अनेकों नामों से जाना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मारुती नंदन का नाम हनुमान कैसे पड़ा…

Devotion
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पौराणिक कथा के मुताबिक हनुमान जी के बचपन में उनका नाम मारुति था। एक दिन मारुती नंदन अपनी निद्रा से जागे एवं उन्हें तीव्र भूख लगी। उन्होंने पास के एक वृक्ष पर लाल पका फल देखा, जिसे खाने के लिए वे निकल पड़े। असल में मारुती जिस लाल पके फल के लिए जा रहे थे वे सूर्यदेव थे।

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वह दिन अमावस्या का था तथा राहु सूर्य पर ग्रहण लगने वाला था। परंतु वे सूर्य को ग्रहण लगा पाता, उससे पहले ही हनुमान जी द्वारा सूर्य को निगल लिया गया। राहु को कुछ समझ नहीं आया की हुआ क्या? उन्होने इंद्र से सहायता मांगी। इंद्रदेव के बार-बार आग्रह करने पर जब हनुमान जी ने सूर्यदेव को मुक्त नहीं किया तो,  इंद्र ने वज्र से उनके मुख पर प्रहार किया जिससे सूर्यदेव मुक्त हुए।
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Nidhi Jha
Nidhi Jha
Journalist, India News, ITV network.
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