India News Delhi (इंडिया न्यूज), DTC Bus Fire: शुक्रवार रात को गुरुग्राम के पास कुंडली-मानेसर एक्सप्रेसवे पर एक बस में लगी आग में नौ लोगों की मौत हो गई। इसी तरह, दिल्ली के हौजखास में रविवार को डीटीसी की इलेक्ट्रिक बस में भी आग लग गई, जिससे बस जलकर राख हो गई। सुखाने की बात है कि इस हादसे से पहले ही सभी यात्री सुरक्षित बस से उतार दिए गए थे, अन्यथा हादसा और भी भयानक हो सकता था।
DTC की बस में आग की सूचना पर तुरंत दमकल विभाग की टीम पहुंची और कठिन प्रयास के बाद आग को नियंत्रित किया। इस घटना के पीछे की वजह के बारे में पूरी जानकारी के लिए जांच की जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, आग लगने का प्राथमिक कारण शॉर्ट सर्किट हो सकता है, लेकिन इसकी पुष्टि के लिए जांच अभी बाकी है।
पिछले साल सर्दियों में, डीटीसी की इलेक्ट्रिक बसों की आपूर्ति शुरू हो गई थी। इसके बाद, इस सीजन में बसों का संचालन पहली बार हो रहा है। डीटीसी के कर्मचारी यूनियन ने बसों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। संविदा कर्मचारी नेता मनोज शर्मा ने आरोप लगाया है कि बसों की नियमित रखरखाव समय पर नहीं हो रही है और उनमें नकली पुर्जे भी लगाए जा रहे हैं।
रविवार की शाम को दक्षिणी दिल्ली के मोदी मिल फ्लाईओवर के पास एक कार में आग लग गई। इस घटना के फलस्वरूप, बदरपुर जाने की दिशा में वाहनों के लिए निकलना अधिकारिक बन गया। दमकल विभाग ने आग को शांत करने तक यहां से वाहनों को निकालने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। इस असुविधा के कारण, यातायात लगभग आधी घंटे तक प्रभावित रहा।
दिल्ली के सड़कों पर यातायात की बड़ी समस्या है जिसका मुख्य कारण डीटीसी और क्लस्टर बसों की खराबी है। यहां पर अधिकांश बसें अपनी आयु समाप्त कर चुकी हैं, जिसके कारण उन्हें सड़कों पर बाधा बना देने का खतरा होता है। इससे सड़कों पर जाम की समस्या और भी बढ़ जाती है। बसों को सड़क किनारे ले जाने या ठीक करने में अक्सर लंबा समय लगता है, जिससे यात्रियों को अधिक असुविधा होती है।
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